सीमावर्ती इलाके में रहने वाले लोग सैनिकों की तरह करते हैं सीमाओं की रक्षा : जितेंद्र
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने रविवार को कहा कि सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोग वास्तव में सलाम के पात्र हैं;
जम्मू। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने रविवार को कहा कि सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोग वास्तव में सलाम के पात्र हैं, क्योंकि वे उसी तरह सीमाओं की रक्षा करते हैं, जिस तरह हमारे वर्दी वाले सैनिक।
डॉ. सिंह ने यहां सीमा जागरण मंच, सेवा भारती और एनएचपीसी द्वारा आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा, “इन लोगों को पिछली गैर-भाजपा सरकारों ने वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया और उनकी कोई परवाह नहीं की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में सरकार बनने के बाद, इन लोगों को अब न्याय मिल रहा है।”
उन्होंने कहा, “जल्द ही केंद्र सरकार सीमावर्ती इलाकों में जीरो लाइन पर सुरंगों का पता लगाने की तकनीक भी हासिल कर लेगी।”
डॉ. सिंह ने कहा कि इस समय सीमा पर दो तरह की चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा, “पहली सीमा पार से घुसपैठ है, इसे या तो सुरक्षा बलों ने या सीमा पर बाड़ लगाकर नियंत्रित किया गया है। अब सीमा पर सैटेलाइट के जरिये भी नजर रखी जा रही है।”
डॉ. सिंह ने कहा कि सबसे बड़ी चुनौती उन लोगों से है जो समाज के भीतर रहते हैं और घुसपैठ करने वालों या करवाने वालों के समर्थक हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में सीमावर्ती लोगों की हर मांग को पूरा करने का हर संभव प्रयास किया गया है।
इस अवसर पर एनएचपीसी ने सीएसआर के तहत डॉ. जितेंद्र सिंह, सीएमडी एनएचपीसी अभय कुमार सिंह, अखिल भारतीय संगठन सेवा भारती के महासचिव सुधीर कुमार तथा अखिल भारतीय सह-महासचिव सीमा जागरण मंच मुरलीधर ने दिल्ली प्रांत सेवा प्रमुख विजय चौधरी और सेवा भारती के उत्तर क्षेत्र संगठन मंत्री जयदेव की उपस्थिति में सेवा भारती जम्मू-कश्मीर को एक क्रिटिकल केयर और एक सामान्य एम्बुलेंस की चाबी भेंट की।