एसयूवी मामले के सियासी तार, मचा भूचाल
महाराष्ट्र में सियासी भूचाल मचा हुआ है;
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सियासी भूचाल मचा हुआ है। किसने सोचा था कि मुकेश अंबानी के घर बाहर मिली संदिग्ध कार के तार सियासी गलियारे तक पहुंच जाएंगे। कल शनिवार को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह की चिट्ठी के बाद से ही बवाल मचा हुआ है। भारतीय जनता पार्टी लगातार महाराष्ट्र सरकार को निशाने पर ले रही है। ट्विटर वार से लेकर बैठकों का दौर भी शुरु हो गई है। आज रविवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने दिल्ली में बैठक बुलाई है। जी हां आज शरद पवार की उप-मुख्यमंत्री अजित पवार और एनसीपी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल के साथ दिल्ली में बैठक है।
जारी भूचाल के बीच शिवसेना के प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य संजय राउतने रविवार को सुबह-सुबह शायराना अंदाज में ट्वीट किया। उन्होंने जावेद अख्तर की एक शायरी ट्वीट की है। उन्होंने लिखा, 'शुभ प्रभात, हमको तो बस तलाश नए रास्तों की है। हम हैं मुसाफिर ऐसे जो मंजिल से आए हैं।'
शुभ प्रभात... pic.twitter.com/lKWKS9pFkf
संजय राउत के इस ट्वीट के बाद ये समझ में आ रहा है कि महाराष्ट्र में राजनीतिक रुप से सबकुछ ठीक नहीं हैं। इस ट्वीट से नए समीकरणों के संकेत लगाए जा रहे हैं। दरअसल महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की गठबंधन की सरकार है। वहीं राज्य सरकार में गृह मंत्री अनिल देशमुख एनसीपी से हैं. ऐसे में लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद संजय राउत के इस ट्वीट से शिवसेना और एनसीपी के रिश्तों में खटास आने की बातें कही जा रही हैं। लेकिन ये सिर्फ कयास है क्योंकि संजय राउत के ट्वीट के बाद से एनसीपी का भी जवाब इस पर आ गया है।
एनसीपी के प्रवक्ता क्लाइड क्रास्टो ने लिखा, 'हम साथ चले, कारवां बनता गया, मुश्किलें आती रही, साथ चलते रहे हम, बिछाए वो कांटे, देते रहे गम, मुसाफिर हैं... मंजिल तो पाएंगे हम...' इस ट्वीट से ये साफ है कि शिवसेना और एनसीपी के बीच में ऐसे मनमुटाव तो देखने को नहीं मिल रहा है।
हम साथ चले, कारवां बनता गया,
मुश्किलें आती रही, साथ चलते रहे हम,
बिछाए वो कांटे, देते रहे गम,
मुसाफिर हैं... मंजिल तो पाएंगे हम
~ क्लाईड क्रास्टो https://t.co/Nf8K9EbGzU
इसी बीच विपक्ष भी महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साध रहा है। एंटीलिया केस को लेकर BJP नेता किरीट सोमैया ने ट्वीट कर कहा सचिन वाजे का हैंडलर कौन? मामले की होनी चाहिए जांच। वहीं BJP नेता राम कदम ने भी उद्धव सरकार पर निशाना साधते हुए कहा हिस्सेदारी थी? ये कब बताएंगे?
Maharashtra Home Minister (NCP leader) Anil Deshmukh says Police Commissioner Paramvir Singh is a corrupt official. Shiv Sena Samana Sanjay Raut writes Paramveer Singh is an honest vigilant officer @BJP4Maharashtra @Dev_Fadnavis
Police Comisioner Parambir Singh, Maharashtra Home Minister #AnilDeshmukh & now
"Minister who coordinate CMO of #UddhavThackeray
who is Handler of #SachinVaze #ACPpatil must be investigated.
CDR of #SachinWaze ACP Patil & "The Minister" must be checked @BJP4Maharashtra
अनिल देशमुख सांगतात "सचिन वाझे परमबीर सिंगचा जवळचे आहे
सचिन वाझे, परमवीर सिंग मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरेचा जवळचे
परमबीर सिंग म्हणतात अनिल देशमुखनी महिन्यात ₹१०० कोटी म्हणजे १५ महिन्यात १५०० कोटी जमा केले
सामना" संजय राऊत लिहितात परमबीर सिंग चांगले अधिकारी आहे
वाह रे ठाकरे सरकार
परम बीर सिंह की लिखी चिट्ठी में क्या है ये आपको बता देंते हैं। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह ने शनिवार को महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर कथित रूप से आरोप लगाया कि मंत्री उनके टीम मेंबर सचिन वाजे से बार और हुक्का पार्लरों से प्रति माह 100 करोड़ रुपये एकत्र करवाना चाहते थे।
परम बीर सिंह ने देशमुख की उस टिप्पणी पर भी कड़ा प्रहार किया जिसमें उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र होमगार्ड के कमांडेंट-जनरल के रूप में सिंह का ट्रांसफर प्रशासनिक उद्देश्यों के लिए नहीं, बल्कि उनकी टीम द्वारा "अक्षम्य चूक" के लिए था। मुंबई के पूर्व शीर्ष पुलिस अधिकारी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को आठ पन्नों का पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
हालांकि परम बीर सिंह के इन आरोपों को गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बेबुनियाद बताते हुए कहा कि वह मानहानि का केस करेंगे। फिलहाल इस पूरे मामले को लेकर महाराष्ट्र में सियासी भूचाल मचा हुआ है। अब देखना है कि इस कहानी में अब कौन सा मोड़ आता है।