वर्षों से काबिज जंगल जमीन का मिला मालिकाना हक

श्रीमती मनसीर बाई का मोर जमीन- मोर माटी का सपना पूरा हुआ;

Update: 2018-03-23 16:48 GMT

राजनांदगांव।  अपने पूर्वजों के द्वारा वर्षों से खेती कार्य कर रहे जंगल जमीन की मालिकाना हक मिलने से छुरिया विकासखंड के ग्राम घोटिया निवासी कृषक महिला श्रीमती मनसीर बाई का मोर जमीन- मोर माटी का सपना पूरा हुआ।

राज्य शासन के निती के अनुरूप श्रीमती मनसीर बाई को विधिवत वनाधिकार पत्र मिलने से जमीन संबंधी चिन्ता पूरी तरह दूर हो गई है। लोक सुराज अभियान के अंतर्गत राजनांदगांव जिले के छुरिया विकासखंड के ग्राम गैंदाटोला में आयोजित समाधान शिविर में ग्राम घोटिया निवासी गरीब कृषक श्रीमती मनसीर को वनाधिकार पत्र मिलने से वे काफी प्रसन्नचित नजर आ रही थी।

श्रीमती मनसीर बाई ने कहा कि इस वन भूमि में उनके पूर्वजों से लेकर आज तक लगभग 80 साल पहले से जंगल की कटाई कर खेती कार्य की जा रही है। इसके अलावा आज उनके पास नहीं के बराबर जमीन है। ऐसे यह वन खेती किसानी के लिए एक मात्र सहारा यह जंगल जमीन ही है।

उन्होंने बताया कि उसे एवं उनके परिवार को इस जमीन की मालिकाना मिलने को लेकर सदैव चिंता सताती रहती थी। लेकिन आज मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह एवं छत्तीसगढ़ सरकार के विशेष प्रयासों से उसे आज उसे इस जमीन की स्वामित्व मिल गया है। अब वे बिना किसी चिन्ता के इस जमीन पर खरीफ एवं रबी दोनों मौसमों में खेती कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकेगी।

इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह एवं छत्तीसगढ़ सरकार को इस संवेदन शील कदम के लिए हृदय से धन्यवाद भी दिया। इसके अलावा उन्होंने लोक सुराज अभियान के दौरान उनके आवेदन पर तत्परता से कार्रवाई एवं प्रक्रियाओं को पूरी आज उन्हें वनाधिकार पत्र प्रदान करने के लिए हृदय से धन्यवाद भी दिया। उन्होंने कहा कि लोक सुराज अभियान में उनके जैसे अनेक जरूरत मंद लोगों के समस्याओं का निराकरण एवं मांगे पूरा हो सकेगी। 

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