अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर एक्सपर्ट ने बताया लिंग भेद पूरे विश्व की समस्या
सीएसपी हिना खान ने छात्रों विशेषकर बालिकाओं को ऑनलाइन सेफ्टी के तरीके पर बात की;
By : गजेन्द्र इंगले
Update: 2023-10-12 10:45 GMT
ग्वालियर। लिंगानुपात में बालिकाओं की कमी केवल हमारे देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में है। लिंग भेद की सामाजिक कुरीति को खत्म करने के लिए सयुंक्त राष्ट्र संघ ने 2011 से अंतरराष्ट्रीय गर्ल चाइल्ड डे हर वर्ष 11 अक्टूबर को मनाने का आह्वान किया। इस वर्ष बुधवार 11 अक्टूबर को कौटिल्य एकेडेमी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर एक सेमिनार आयोजित किया गया। आज, दुनिया भर में बेटियों के समाज में महत्व को साझा करने के लिए अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर, कौटिल्य एकेडेमी ने यूवाह के साथ मेंटल हेल्थ, एवं डिजिटल लिटरेसी व ऑनलाइन सेफ्टी पर एक कार्यशाला आयोजित की जिसमें मुख्य रूप से सीएसपी हिना खान, प्रोफेसर सोनिया सिंह, करिअर कोच गजेन्द्र इंगले एवं मेंटर श्रवण यादव ने मुख्य वक्ता के रूप में अपनी बात रखी। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय गान जनगनमन एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुई।
इस कार्यक्रम में विख्यात इमोशनल फिटनेस कोच श्रवण यादव ने मेंटल हेल्थ पर इन्टर ऐक्टिव सेशन दिया। उन्होंने छात्रों के जीवन में चल रहे स्ट्रेस के कारणों व उसके निदान को जीवंत उदाहरण के द्वारा समझाया। उन्होंने अपने सेशन में छात्रों की कई समस्याओं को सुना और उनका समाधान किया। सफल होने के लिए मानसिक रूप से स्वस्थ्य होना किस तरह कारगर होता है इस विषय पर उन्होंने चर्चा की।
एक विशेष प्रश्नोत्तर श्रंखला आयोजित की गयी। बेटियों को प्रोत्साहित करने के लिए आयोजित की गई इस वक्तव्य में उन्हें अपनी शिक्षा और करियर की दिशा में मदद की गई। करिअर कोच गजेंद्र इंगले ने हिना खान व सोनिया सिंह से बालिकाओं से सम्बन्धित विभिन्न समस्याओं पर प्रश्न किए। एक प्रश्न के जबाव में हिना खान ने छात्राओं से कहा कि आपकी सुरक्षा आपसे शुरू होती है। सोशल मीडिया का प्रयोग सावधानी से करना चाहिए । सीएसपी हिना खान ने छात्रों विशेषकर बालिकायो को ऑनलाइन सेफ्टी के तरीके पर बात की। उन्होंने समाज में व्याप्त लिंग भेद वाहन लिंगानुपात के कार्यों पर भी चर्चा की। उन्होंने छात्राओं को कुछ वर्तमान अपराध केस के माध्यम से डिजिटल सुरक्षा के उपाय साझा किए।
कार्यक्रम मे जब कुछ बालिकाओं ने अपने जीवन के बुरे अनुभव साझा किए तो वहाँ उपस्थित बालकों ने हाथ उठाकर य़ह शपथ ली कि वे अपने जीवन में कभी किसी लड़की से ऐसा गलत व्यवहार नहीं करेंगे। कार्यक्रम गर्ल चाइल्ड पर था लेकिन बालक भी न केवल कार्यक्रम मे उपस्थित हुए बल्कि दहेज, लिंगानुपात कन्या भ्रूण हत्या जैसे विषय पर सभी ने मजबूती से इस बात का समर्थन किया कि देश में लिंग आधारित भेदभाव खत्म होना चाहिए। पथ के संस्थापक विकास जैन, CTI गिरिजा साहू एवं 250 से अधिक छात्र छात्रायेंं इस कार्यक्रम में उपस्थित रहें। समापन राजेश मिश्रा संचालक कौटिल्य अकादेमी ने सभी अतिथियों का आधार व्यक्त किया तथा सभी को स्मृति चिन्ह भेंट किए।