अमरनाथ में श्रद्धालु के गुफा के बाहर जयकारे लगाने से पर्यावरण को नुकसान कैसे पहुंचेगा: उमर अब्दुल्ला
नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अमरनाथ क्षेत्र को ‘साइलेंस जोन’ घोषित करने संबंधी राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के निर्णय पर सवाल खड़े किए;
श्रीनगर। नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अमरनाथ क्षेत्र को ‘साइलेंस जोन’ घोषित करने संबंधी राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) के निर्णय पर सवाल खड़े करते हुए आज कहा कि एक श्रद्धालु के पवित्र अमरनाथ गुफा के बाहर जयकारे लगाने से पर्यावरण को नुकसान कैसे पहुंचेगा।
अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, “ मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि अमरनाथ श्रद्धालु के गुफा के बाहर जयकारे लगाने से पर्यावरण को नुकसान कैसे पहुंचेगा।”
It’s probably just me but I don’t understand how chanting outside the holy cave while on a pilgrimage to Amarnath ji damages the environment.
उल्लेखनीय है कि एनजीटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली पीठ ने पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखकर अमरनाथ को शांत क्षेत्र घोषित करते हुए यात्रा के दौरान जयकारे लगाने और मंत्रों के उच्चारण पर रोक लगाने का आदेश दिया था।