ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील 37 वर्ष के हो गए
उनके जन्मदिन पर देश की खेल हस्तियों ने उन्हें बधाई दी है।;
नयी दिल्ली। लगातार दो ओलंपिक में व्यक्तिगत पदक जीतने वाले देश के एकमात्र खिलाड़ी पहलवान सुशील कुमार रविवार को 37 वर्ष के हो गए और उनके जन्मदिन पर देश की खेल हस्तियों ने उन्हें बधाई दी है।
सुशील ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में 66 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में कांस्य पदक और 2012 के लंदन ओलंपिक में 66 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में ही रजत पदक जीता था। उन्होंने 2010 की मास्को विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया था।
वह लगातार तीन राष्ट्रमंडल खेलों 2010, 2014 और 2018 में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। उनके नाम एशियाई चैंपियनशिप में एक स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य, एशियाई खेलों में एक कांस्य तथा राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में पांच स्वर्ण और एक कांस्य पदक है।
इस दिग्गज पहलवान के गुरु महाबली सतपाल ने अपने शिष्य को जन्मदिन की बधाई देते हुए उम्मीद जताई है कि वह अगले साल टोक्यो में होने वाले ओलंपिक में उतरकर देश के लिए सोना जीतेगा। पद्म भूषण से सम्मानित सतपाल ने कहा, “एक गुरु के तौर पर मैंने उससे यही कहा है कि तेरी जो मनोकामना है वह पूरी हो और वह देश का नाम रोशन करे। मेरी ख्वाहिश है कि सुशील अगले ओलंपिक में स्वर्ण जीतने का अपना सपना पूरा करे।”
सुशील 12 साल की उम्र में महाबली सतपाल के पास आए थे जिन्होंने उसे निखार कर विश्व विजेता पहलवान बनाया। सुशील के छत्रसाल स्टेडियम अखाड़े में आज हवन किया गया जिसमें अखाड़े के 400 पहलवानों और पुराने पहलवानों ने आहुति डाली कि सुशील अगले टोक्यो ओलंपिक में उतरें और स्वर्ण पदक जीतें।
सतपाल ने बताया कि सुशील ने अपनी ओलंपिक तैयारी के लिए एक रुसी कोच को छह महीने के लिए हाल ही में अनुबंधित किया है जो उनकी तैयारियों को नए सिरे से निखारेगा और इन तैयारियों को मजबूती देगा।