दिल्ली में आया नर्सरी एडमिशन का मौसम
दिल्ली में नर्सरी एडमिशन का मौसम आ गया है। नर्सरी बच्चों के जीवन का एक ऐसा दौर होता है, जिसपर आगे की पढ़ाई और भविष्य बनता है;
नई दिल्ली। दिल्ली में नर्सरी एडमिशन का मौसम आ गया है। नर्सरी बच्चों के जीवन का एक ऐसा दौर होता है, जिसपर आगे की पढ़ाई और भविष्य बनता है। सभी माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे का एडमिशन बेहतरीन स्कूल में हो जाए। एडमिशन से पहले स्कूल अपनी पूरी तैयारी कर लेते हैं। एडमिशन के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों तरह से फॉर्म लिया जा सकता है। कुछ स्कूलों में ऑनलाइन फॉर्म को भरा जा सकता है तो कुछ के फॉर्म स्कूल में जाकर ही लेना होता है। अभिभावकोंं और बच्चों को भी एडमिशन के लिए अपनी तैयारी करनी होती है।
महत्वपूर्ण तारीखें
- 29 नवम्बर 2019 से स्कूलों में दाखिले के फॉर्म उपलब्ध हो जाएंगे,
- 27 दिसम्बर 2019 तक स्कूलों में फॉर्म जमा होंगे,
- 24 जनवरी 2020 को पहली लिस्ट,
- 12 फरवरी को दूसरी लिस्ट आएगी।
अभिभावकों की तैयारी
अभिभावक जरूरी पेपर और फोटो फाइल में रख लें, जैसे-
- बच्चे के बर्थ सर्टिफिकेट की फोटोकॉपी
- बच्चे के आधार कार्ड की फोटोकॉपी
- ऐड्रेस प्रूफ की फोटोकॉपी
- बच्चे, माता-पिता की अलग-अलग फोटो।
इन सबका ओरिजिनल पेपर भी तैयार रखें, ताकि एडमिशन के समय इसे स्कूल को दिखा सकें।
बच्चों की तैयारी
बच्चे स्कूल में अच्छे से एडजस्ट कर सकें, इसके लिए कुछ तैयारी करवा दें, जैसे -
- बच्चे को उठने - बैठने और घर से दूर रहने की आदत होनी चाहिए
- बच्चों को प्रारंभिक ज्ञान जैसे, वर्णों, अंकों की पहचान होनी चाहिए।
- बच्चे अपनी जरूरतें बोल सकें। भूख, प्यास, टॉयलेट, जैसी अपनी जरूरतें बता सकें।
इन चीजों का रखें ध्यान
- बच्चे की उम्र 3 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। 31मार्च, 2020 को बच्चा 3+ की उम्र का होना चाहिए।
- अधिक से अधिक स्कूलों में फॉर्म भरें, क्योंकि एडमिशन लकी ड्रॉ में निकलने वाले नाम से होगा, इसलिए किस स्कूल में नाम आएगा, पता नहीं होता है। फॉर्म की कीमत भी अधिक नहीं होती है और ड्रॉ के बाद अभिभावकों के पास विकल्प रहता है कि किस स्कूल में एडमिशन कराया जाए।
- स्कूल घर के पास हो, सरकार का निर्देश भी है कि स्कूल 0-3 कि मी के अंदर हो। बच्चे को प्रदूषण और थकावट से बचाने के लिए घर के पास वाले स्कूल को चुनें। घर के पास के स्कूल में एडमिशन लेने से ट्रांसपोर्ट के चार्जेज भी कम लगता है या पैदल जाने से लगता है नहीं है।
- अभिभावक बजट का ध्यान रखें, क्योंकि हर साल बच्चे की फीस बढ़ती जाती है। जोश में आकर किसी मंहगे स्कूल में एडमिशन न कराएं, आगे चलकर यह आपके बजट को खराब का देगी।
- अभिभावक स्कूल के नाम के पीछे न भागें, सभी स्कूलों की पढ़ाई में अधिक अंतर नहीं होता है और ध्यान रखें कि घर बच्चों की पहली पाठशाला होती है, इसलिए अभिभावकों को ही अपने बच्चे को पढ़ना होगा।