जेल वार्ड में बीमार बंदियों की संख्या बढ़ी

मेडिकल अस्पताल के जेल वार्ड में क्षमता से अधिक बीमार बंदियों के पहुंचने से उनका जमीन पर लिटाकर उपचार कराया जा रहा है;

Update: 2018-06-14 13:59 GMT

अम्बिकापुर। मेडिकल अस्पताल के जेल वार्ड में क्षमता से अधिक बीमार बंदियों के पहुंचने से उनका जमीन पर लिटाकर उपचार कराया जा रहा है। जेल वार्ड में 10 बंदी भर्ती थे, जिसमें से एक रामरत पिता दादुराम 37 वर्ष उल्टी-दस्त से पीड़ित बताया जा रहा है।

चिकित्सक उपचार के बाद उसकी स्थिति सामन्य बता रहे है। दो बंदियों की छुट्टी आज दोपहर कर दी गई है। वही दो बंदियों को आज मंगलवार को गंभीर स्थिति में रायपुर रेफर कर दिया गया है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के जेल वार्ड में बेड की कमी लंबे समय से खल रही है।

बीमार बंदियों के एकाएक काफी संख्या में पहुंचने से यहां की व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा जाती है। ऐसे हालातों के बीच पीड़ितों के उपचार में नर्सो और चिकित्सकों को भी परेषानी का सामना करता पड़ता है। उल्टी-दस्त से पीड़ीत बंदियो के काफी संख्या में सामने आने पर पखवाड़े भर पहले तक कलेक्टर के निर्देष पर अस्पताल के मेडिकल वार्ड पुरूष को अस्थाई जेल वार्ड का रूप दिया गया था।

पीड़ित बंदियों का स्वास्थ्य ठीक होने के बाद इन्हें केन्द्रीय जेल में दाखिल कर दिया गया। वार्ड में इक्का-दुक्का बंदियों के रहने की स्थिति में शेष बीमार बंदियों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल के जेल वार्ड में दाखिल किया गया है।

पीड़ित बंदियों की तादाद अचानक बढ़ने से इस वार्ड में बंदियों को जमीन में गद्दा बिछाकर भर्ती करना मजबूरी है। जेल वार्ड के संकीर्ण दायरे को लेकर हमेशा ऐसी परिस्थितियां निर्मित होती हैं। बरसात और भीषण गर्मी के मौसम में यह वार्ड पीड़ितो से पटा रहता है।

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