अब आजादी बचाने की लड़ाई लड़नी है : यादव
समाजवादी नेता शरद यादव ने कहा है कि इस समय देश संकट में है और आजादी खतरे में है, जिसे बचाने के लिए आजादी से भी बड़ी लड़ाई लड़नी है;
नई दिल्ली। समाजवादी नेता शरद यादव ने कहा है कि इस समय देश संकट में है और आजादी खतरे में है, जिसे बचाने के लिए आजादी से भी बड़ी लड़ाई लड़नी है। ये समय समन्वय का है, लोगों को मिलकर ऐसी ताकतों को हराना होगा।
उन्होंने कहा कि लड़ाई कई क्षेत्रों में चल रही है, पर इसे और आगे ले जाने की जरूरत है। यादव बीते रोज यहां सुरेन्द्र मोहन की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि संविधान ने जो हमें आजादी दी है, उस पर लगातार हमले हो रहे हैं। सरकारें पहले भी आईं, उन्होंने भले ही संविधान को पूरी तरह अमल नहीं किया हो, पर इस समय संकट काफी अधिक है।
उन्होंने कहा कि सरकार कुछ कहती है, पर उनके ही संगी साथी रोज-रोज संविधान तोड़ने का काम कर रहे हैं। कहीं गाय के नाम पर हमले हो रहे हैं और कहीं लव जिहाद के नाम पर। उन्होंने आरोप लगाया कि इन सब को सरकार का संरक्षण मिला हुआ है। उन्होंने कहा कि जिनके दिमाग सड़े हुए हैं, जो पिछड़ी मानसिकता के हैं, वे सब संगठित हैं, पर इसके खिलाफ लड़ने वाले अलग-अलग हैं। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी के समय चार पार्टियां थीं, तब जय प्रकाश नारायण ने कहा कि जब तक सब एक नहीं हो जाते, कुछ नहीं किया जा सकता, आज पार्टियां कई हैं। ताकतें बिखरी हुई है, समन्वय टूट गया है।
यादव ने कहा कि हमने लोगों के बुत बना रखे हैं, पर जरुरत उनकी यात्रा को आगे बढ़ने की है। उन्होंने किसानों और मजदूरों पर हो रहे हमलों का भी जिक्र किया। सभा में समाजवादी चिंतक विजय प्रताप ने सुरेन्द्र मोहन की राजनैतिक यात्रा के बारे में बताया। वहीं, पूना से आए सुभाष वारे ने संविधान साक्षरता अभियान से जुड़ी जानकारी दी।
उनका संगठन कई समय से यह अभियान चला रहा है। उन्होंने कहा कि संघ का नाम बार-बार लेकर हम लोगों ने उसे मजबूत बना दिया है, उनसे लोगों को दूर करने के लिए उन्हें संविधान की जानकारी सरल भाषा में देना जरुरी है। हिंद मजदूर सभा के हरभजन सिंह सिद्धू ने मजदूरों पर हो रहे हमलों को जिक्र करते हुए बताया कि सरकार सारे श्रम कानून बदलकर 4 कानून बनाने की तैयारी कर रहे हैं, इन्डस्ट्रीयल कोड लाकर यूनियन बनाने का अधिकार ही लोगों को छीना जा रहा है।
इस मौके पर सभा की अध्यक्षता सोशलिस्ट पार्टी के अध्यक्ष प्रोफेसर प्रेम सिंह ने की। इस साथ ही, सभा को संबोधित मंजू मोहन, कुरबान अली सहित अन्य नेताओं ने संबोधित किया। मंच का संचालन डॉ. सुनीलम ने किया।