गैर-मुस्लिम अल्पसंख्यकों के लिए सीएए के अलावा कोई रास्ता नहीं : विहिप

विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंग्लादेश के धार्मिक अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता देने के अलावा कोई रास्ता नहीं था;

Update: 2020-01-06 03:46 GMT

नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के बारे में जागरूकता फैलाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी की ओर से आज शुरू किए गए ‘महा जनसम्पर्क अभियान’ के बीच विश्च हिन्दू परिषद (विहिप) ने भी सीएए का यह कहते हुए समर्थन किया है कि पड़ोसी देशों में रहने वाले गैर-मुस्लिम अल्पसंख्यकों के लिए ऐसा किये जाने के अलावा कोई चारा नहीं था।

विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंग्लादेश के धार्मिक अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता देने के अलावा कोई रास्ता नहीं था।

श्री कुमार ने कहा, “भारत ने हमेशा जब विदेशियों को भी अपनाया है तो अपने बंधु-बांधवों को कैसे मना किया जा सकता है, क्योंकि ये विदेशी नहीं हैं।”

उन्होंने कहा कि यह भारत सरकार का स्वाभाविक कर्तव्य है। यह कैसे कहा जा सकता है कि उन लोगों को शरण नहीं दिया जा सकता। यह कोई कैसे कह सकता है कि उन्हें नागरिकता नहीं दी जानी चाहिए।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा सीएए का विरोध किये जाने को लेकर उनपर करार प्रहार करते हुए श्री कुमार ने कहा कि सीएए के समर्थन में पंजाब में सोमवार को राज्यव्यापी कार्यक्रम चलाया जायेगा।

Full View

Tags:    

Similar News