मेरी ही पार्टी में मेरी कोई नहीं सुनता: तेजप्रताप
बिहार में आरजेडी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है;
नई दिल्ली। बिहार में आरजेडी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पिछले काफी वक्त से सियासी गलियारों में यही चर्चा चल रही थी। कहा जा रहा था कि तेजप्रताप ही अपनी पार्टी की मुखालफत कर रहे हैं लेकिन इन अटकलों को तेजप्रताप ने ये कहते हुए खारिज कर दिया था कि कोई आरजेडी में कोई कलह नहीं है।
मगर अब उनका एक ऐसा बयान सामने आया है जिसने खटपट की अटकलों को फिर से तेज कर दिया है। तेजप्रताप ने कहा कि आरजेडी के अंदर आरएसएस-बजरंग दल के लोग आ गए हैं
उन्होनें कहा था कि मैं अपनी शिकायत लेकर कई बार मां राबड़ी देवी और पिता लालू यादव के पास भी जा चुका हूं लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। अगर ऐसा ही माहौल बना रहा तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा।
तेजप्रताप के इस बयान के बाद बिहार की सियासत गर्मा गई थी। कहा जाने लगा था कि तेजस्वी को पार्टी में ज्यादा तवज्जों मिलने से तेजप्रताप खफा हैं इसलिए वो पार्टी छोड़ सकते हैं लेकिन राजद के स्थापना दिवस के कार्यक्रम में जब दोनों भाई ने गलबहियां की तो लगा कि तेजप्रताप की नाराजगी दूर हो गई है। मगर अब एक बार फिर उन्होंने ऐसा बयान दिया है जिससे फूट की खबरें तेज हो गई है तेज प्रताप यादव ने कहा कि आरजेडी में आरएसएस, बजरंग दल के जो नेता घुसे हुए हैं, उन लोगों को उनसे जलन होती है.
उन्होंने कहा कि मैंने तो गांधी मैदान में ही अर्जुन को मुकुट पहना दिया था लेकिन फिर भी मेरे खिलाफ साजिश चल रही है। तेज प्रताप का दर्द मीडिया के सामने इस कदर छलका कि उन्होंने ये तक कह दिया कि पार्टी में मेरी कोई नहीं सुनता है।