एनआईए ने मुंचिंगपूट नक्सली मामले में 7 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को कहा कि उसने प्रगतिशील कर्मिका समाख्या (पीकेएस) के अंदुलुरी अन्नपूर्णा सहित सात भाकपा (माओवादी) गुर्गों के खिलाफ आरोप पत्र (चार्जशीट) दायर किया;

Update: 2021-05-22 01:17 GMT

नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को कहा कि उसने प्रगतिशील कर्मिका समाख्या (पीकेएस) के अंदुलुरी अन्नपूर्णा सहित सात भाकपा (माओवादी) गुर्गों के खिलाफ आरोप पत्र (चार्जशीट) दायर किया। इनके खिलाफ मुंचिंगपूत नक्सली मामले के संबंध में आंध्र प्रदेश और आसपास के राज्यों में नक्सली समूह की गतिविधियों के संबंध में साजिश रचने, ऐसी कार्यों में समर्थन करने और चरमपंथियों के मिशन को आगे बढ़ाने में उनकी भूमिका के लिए आरोप पत्र दायर किया गया है।

एनआईए के एक प्रवक्ता ने यहां बताया कि उसने अन्नपूर्णा के अलावा अन्य कई लोगों को नामजद किया है। इनमें पांगी नागन्ना; अक्कीराजू हरिगोपाल के नाम भी शामिल है, जो कि भाकपा (माओवादी) की केंद्रीय समिति का सदस्य है।

इसके अलावा प्रगतिशील कर्मिका समाख्या पीकेएस के जंगला कोटेश्वर राव उर्फ ??कोटी को भी सीपीआई (माओवादी) की विभिन्न गतिविधियों में साजिश रचने, इनका समर्थन करने और चरमपंथियों के मिशन को आगे बढ़ाने में उनकी भूमिका के लिए इनका नाम चार्जशीट में शामिल किया गया है।

अधिकारी ने कहा कि इन पर आईपीसी, यूएपीए, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और शस्त्र अधिनियम की कई धाराओं के तहत आरोप पत्र दायर किया गया है।

मामला कुछ संगठनों की आड़ में आंध्र प्रदेश में प्रतिबंधित संगठन भाकपा (माओवादी) की गतिविधियों को आगे बढ़ाने से संबंधित है। इस मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

अधिकारी ने कहा कि विशाखापत्तनम पुलिस ने मूल रूप से पिछले साल 23 नवंबर को मामला दर्ज किया था और इस साल 7 मार्च को एनआईए द्वारा फिर से इस संबंध में मामला दर्ज किया गया था।

यह मामला पत्रकार के तौर पर काम करने वाले आरोपी नगन्ना से भाकपा (माओवादी) के क्रांतिकारी साहित्य और विस्फोटक पदार्थों की जब्ती से संबंधित है। नगन्ना को मुंचिंगपूत पुलिस ने विशाखापत्तनम ग्रामीण इलाके में वाहन चेकिंग के दौरान रोका था।

पुलिस ने विस्फोटक और हथियारों का एक बड़ा जखीरा बरामद किया था, जिसे नागन्ना द्वारा भाकपा (माओवादी) के सदस्यों को सौंपा जाना था। एनआईए ने इस संबंध में सात मार्च, 2021 को मामला दर्ज किया था।

एनआईए ने मामले में अभी तक कुल 64 लोगों को नामजद किया है। प्राथमिकी में कई एक्टिविस्ट के नाम शामिल हैं, जो सामाजिक कार्यों की आड़ में चरमपंथियों को समर्थन दे रहे थे।

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