आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करेगी नयी शिक्षा नीति: राजनाथ

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज विश्वास व्यक्त किया कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति कौशल के आधार पर ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने के देश के संकल्प को पूरा करेगी।;

Update: 2020-09-16 15:26 GMT

नयी दिल्ली । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज विश्वास व्यक्त किया कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति कौशल के आधार पर ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने के देश के संकल्प को पूरा करेगी।

श्री सिंह ने आज यहां खेल और युवा मामलों के मंत्रालय द्वारा नयी शिक्षा नीति 2020 पर आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि देश में युवाओं की बड़ी संख्या है और भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक हैं। “ युवा हमारी वह ताकत हैं, जिनकी मदद से हम बड़ा से बड़ा मुकाम हासिल कर सकते हैं”

उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में यह पहली ऐसी नीति है जिसमें ढाई लाख ग्राम पंचायतों, 6600 ब्लाकों और 676 जिलों की भागीदारी रही है। यह बड़ी संख्या में शिक्षकों, शिक्षाविदों, अभिभावकों और अन्य नागरिकों द्वारा दिए गए दो लाख से अधिक सुझावों को ध्यान में रखकर तैयार की गयी है। उन्होंने कहा , “ एक कहावत है, कि ज़िंदगी सुधारनी है, तो व्यवसाय में निवेश करना चाहिए, पर पीढ़ियाँ सुधारनी हैं, तो शिक्षा में निवेश करना चाहिए। मैं समझता हूँ कि यह नीति, हमारे देश भर के प्रबुद्ध जनों द्वारा किए गए, वैचारिक निवेश का प्रतिफलन है। यह सही मायनों में एक ‘राष्ट्रीय’ नीति है। इसका लागू होना शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक एवं दूरदृष्टि वाली शुरुआत है।”

उन्होंने कहा कि मेरा विश्वास है कि सभी के सहयोग से पूरी शिक्षा व्यवस्था ऊर्जावान और समर्थ बनेगी तथा कौशल के आधार पर ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने का जो संकल्प लिया गया है वह इस ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ के द्वारा प्रभावी ढंग से पूरा होगा।

श्री सिंह ने कहा कि इस आयोजन में हिस्सा ले रहे राष्ट्रीय कैडेट कोर , राष्ट्रीय सेवा योजना और नेहरू युवा केन्द्र संगठन एवं ‘उन्नत भारत अभियान’ जैसी संस्था युवाओं को सशक्त करने का कार्य कर रहे हैं। यह आयोजन युवा छात्रों में, समकालीन मुद्दों पर जागरूकता लाने में एक अहम कड़ी साबित होगा।

उन्होंने कहा कि आप सभी को ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020’ की बुनियादी बातों को देश के कोने-कोने में पहुँचा कर, शिक्षित राष्ट्र के निर्माण में भागीदार बनना चाहिए। इस प्रक्रिया में आम जनता, विभिन्न संगठन और सरकार, सभी की भागीदारी समान रूप से महत्वपूर्ण है। यह नीति किसी भी राष्ट्र के समुचित विकास के लिए आवश्यक सभी तत्त्वों पर समान बल देती है। इस नई शिक्षा नीति के द्वारा युवा तकनीकी एवं सैद्धांतिक शिक्षा प्राप्त करने के साथ-साथ, नैतिक, सामाजिक और भावनात्मक स्तर पर भी मज़बूत होगा

रक्षा मंत्री ने कहा , “ यह प्राचीन और आधुनिक जीवन मूल्य, चरित्र निर्माण आत्म बल, सामाजिक और सामुदायिक भावना पैदा करने वाली शिक्षा की नीति है। दूसरे शब्दों में मैं कहूँ, तो यह ‘स्वामी विवेकानंद’, ‘महात्मा गाँधी’ और ‘डॉ॰ अंबेडकर’ के सपनों के भारत का निर्माण करने वाली शिक्षा नीति है। ”

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