भारत की विकास दर 7.2 फीसदी संभव : आईएमएफ
नई दिल्ली ! वित्त वर्ष 207-18 के दौरान देश की विकास दर 7.2 फीसदी रहेगी और वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान यह बढ़कर 7.7 फीसदी हो जाएगी।;
नई दिल्ली ! वित्त वर्ष 207-18 के दौरान देश की विकास दर 7.2 फीसदी रहेगी और वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान यह बढ़कर 7.7 फीसदी हो जाएगी। इस साल विकास दर में कमी 'अस्थाई अवरोधों' के कारण आई है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने मंगलवार को अपनी नवीनतम रपट में यह बात कही है। आईएमएफ की एशिया प्रशांत आर्थिक परिदृश्य रपट में कहा गया है, "भारत में वित्त वर्ष 2017-18 में वृद्धि दर 7.2 फीसदी और 2018-19 में 7.7 फीसदी रहने का अनुमान है। मुद्रा विनिमय पहल के साथ नकदी की कमी के कारण अस्थायी अवरोध (मुख्य रूप से निजी खपत) में धीरे-धीरे सुधार आने की उम्मीद है, क्योंकि अब नकदी की कमी खत्म हो रही है।"
रपट में कहा गया है, "अनुकूल मानसून और आपूर्ति पक्ष की बाधाओं को दूर करने में निरंतर प्रगति हो रही है, जिससे इन अस्थायी बाधाओं का असर खत्म हो रहा है।"
रपट में आगे कहा गया है, "भारत के बैंक और कॉरपोरेट बैलेंस शीट की कमजोरियों से निकट अवधि में ऋण वृद्धि प्रभावित होगी। लगातार राजकोषीय मजबूती और मुद्रास्फीति को ध्यान में रखकर बनाई गई मौद्रिक नीति से व्यापर आर्थिक स्थिरता बरकरार रहेगी।"
हालांकि, केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने चालू वित्त वर्ष में 7.1 फीसदी की वृद्धि दर का अनुमान लगाया है, हालांकि आईएमएफ ने अनुमान लगाया है कि मुनाफा कम होने के चलते यह 6.8 फीसदी तक पहुंच सकती है।