जाट प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए रचा गया चक्रव्यूह स्थगित
नई दिल्ली ! आरक्षण की मांग को लेकर सोमवार को दिल्ली में होने वाले जाट आंदोलन के टलने के बाद यातायात पुलिस ने राहत की सांस ली है।;
नई दिल्ली ! आरक्षण की मांग को लेकर सोमवार को दिल्ली में होने वाले जाट आंदोलन के टलने के बाद यातायात पुलिस ने राहत की सांस ली है। जाट आंदोलन को ध्यान मे रखते हुए जिन सडक़ों को आम यातायात के लिए बंद कर दिया गया था अब वे यातायात के लिए खोल दी गई हैं। संयुक्त आयुक्त (यातायात) गरिमा भटनागर ने बताया कि सोमवार को प्रस्तावित जाट आंदोलन टलने से अब आम लोगों को दिल्ली की सडक़ों पर आवाजाही के दौरान दिक्कतें नहीं होगी। सोमवार को भी आम दिनों की तरह सडक़ों पर यातायात स्मूद रहेगा। हालांकि नई दिल्ली जिला में कुछ सख्ती जरूर रहेगी।
उधर, नई दिल्ली जिला के पुलिस उपायुक्त बीके सिंह का कहना है कि भले ही जाट आंदोलन टल गया हो, लेकिन पुलिस अलर्ट है और पूरे मामले को अभी भी वॉच कर रही है। नई दिल्ली इलाका संवेदनशील इलाका है। संसद का सत्र भी चल रहा है। ऐसे में धारा-144 लागू रहेगी। उन्होंने बताया कि जाट आंदोलन के मद्देनजर रविवार सुबह से पुलिस ने नई दिल्ली के आने वाले तमाम मुख्य मार्गों पर बेरिकेटिंग कर दी गई थी। हर आने-जाने वालों पर नजर रखी जा रही थी।
पुलिस ने अपनी तरफ से प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए पूरी तरह से कमर कस रखी थी। अर्धसैनिक बलों की 114 कंपनियों को दिल्ली बुलाया गया था। बॉर्डर से लेकर दिल्ली के अंदर तक कड़ी चौकसी के अलावा प्रत्येक जिले में एक दस्ते को रिजर्व रखा गया था। मेट्रो व रेलवे के माध्यम से भी प्रदर्शनकारी दिल्ली में प्रवेश नहीं कर सकते थे। पुलिस ने ऐसा चक्रव्यूह रचा था, जिसे भेद पाना प्रदर्शनकारियों के लिए काफी कठिन साबित होता।