सूचना और निजता के अधिकार के बीच संतुलन बनाने की जरूरत: राष्ट्रपति कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सूचना और निजता के अधिकार के बीच उचित संतुलन बनाये रखने पर जोर दिया;
नयी दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सूचना और निजता के अधिकार के बीच उचित संतुलन बनाये रखने पर जोर दिया है।
राष्ट्रपति कोविंद ने यहां आज केंद्रीय सूचना आयोग के 13वें सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद निजी स्वार्थ के लिए सूचना के अधिकार (आरटीआई) के दुरुपयोग के प्रति सावधान करते हुए कहा कि निजता पर समाज में गंभीर बहस हो रही है। सूचना और निजता के बीच संतुलन बनाना आवश्यक है।
राष्ट्रपति ने कहा कि सूचना का मुक्त प्रवाह लोकतंत्र का मूल तत्व है। स्वतंत्र और स्वतंत्र भाव वाले देश के लोगों के लिए सूचना एक शक्ति है।
लोगों को यह जानने का अधिकार है कि वे किस तरह से शासित हो रहे हैं, किस तरह से सार्वजनिक धन का खर्च हो रहा है, सार्वजनिक और राष्ट्रीय संसाधन कैसे उपयोग में लाए जा रहे हैं, किस तरह सार्वजनिक सेवाएं दी जा रही हैं और किस प्रकार सार्वजनिक कार्य और कल्याणकारी कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि किसी लोकतंत्र में अत्यधिक सूचना जैसी कोई चीज नहीं होती। सूचना की अधिकता हमेशा सूचना के अभाव की तुलना में बेहतर है।