हिमाचल प्रदेश में करीब 27 फीसदी युवा मादक पदार्थो की लत से पीड़ित: जयराम ठाकुर
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज कहा कि हिमाचल प्रदेश में करीब 27 फीसदी युवा मादक पदार्थो की लत से पीड़ित हैं और राज्य को मादक पदार्थो से मुक्त करने के लिए सामूहिक रूप से कदम उठाना जरूरी है;
शिमला। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज कहा कि हिमाचल प्रदेश में करीब 27 फीसदी युवा मादक पदार्थो की लत से पीड़ित हैं और राज्य को मादक पदार्थो से मुक्त करने के लिए सामूहिक रूप से कदम उठाना जरूरी है।
“अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक” आओ हम सभी आज इस अवसर पर संकल्प लें कि हम प्रदेश को पूर्ण नशा मुक्त बनाएँगे एवं स्वस्थ हिमाचल स्वस्थ भारत का एक उदाहरण पूरे विश्व के समक्ष प्रस्तुत करेंगे ।#शिखरकीओरहिमाचल#नशामुक्तहिमाचल pic.twitter.com/kd1u5nBvbH
जयराम ठाकुर ने आठवें हिमाचल प्रदेश पुलिस हॉफ मैराथन 2018 के पुरस्कार वितरण समारोह में कहा, "मादक पदार्थो की लत सामाजिक बुराई है, जिस पर नियंत्रण के लिए लोगों की भागीदारी की जरूरत है।"
हिमाचल पुलिस द्वारा “अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक” इस विषय पर आयोजित हाफ़ मेराथन-2018 के अवसर पर शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया । सभी प्रतिभागियों को बधाई एवं शुभकामनाएँ । #शिखरकीओरहिमाचल#नशामुक्तहिमाचल pic.twitter.com/mefHd6X2Rw
मैराथन आयोजित करने के लिए पुलिस के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि मादक पदार्थो के खतरे को पूरी तरह समाप्त करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।
मुख्यमंत्री ने मादक पदार्थो के व्यापार में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त जुर्माना लगाए जाने की बात कही।
पुलिस महानिदेशक एसआर मार्डी ने कहा कि पुलिस राज्य की मादक पदार्थ मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए एक विशेष अभियान शुरू किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस साल मादक पदार्थ बेचने वालों से 230 किलो चरस जब्त किया गया है। पुलिस ने मादक पदार्थ के बुरे प्रभावों के बारे में 600,000 से ज्यादा लोगों को जानकारी दी है।
इस बीच 21.5 किमी के हॉफ मैराथन के पुरुष श्रेणी में हेत राम विजयी रहे, जबकि महिला श्रेणी में रीतू ने जीत दर्ज की।
दस किमी के मिनी मैराथन के पुरुष वर्ग में विजय कुमार व महिला वर्ग में अमनदीप कौर विजयी रहीं।