एनसीईआरटी ने बनाया 8 हफ्ते का वैकल्पिक अकादमिक कैलेंडर

कक्षा 1 से 5 के छात्र-छात्राओं की शैक्षणिक गतिविधियां सुचारु रखने के लिए 8 हफ्ते का वैकल्पिक अकादमिक कैलेंडर जारी किया गया;

Update: 2020-07-02 18:49 GMT

नई दिल्ली । कक्षा 1 से 5 के छात्र-छात्राओं की शैक्षणिक गतिविधियां सुचारु रखने के लिए 8 हफ्ते का वैकल्पिक अकादमिक कैलेंडर जारी किया गया है। यह वैकल्पिक अकादमिक कैलेंडर राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) द्वारा बनाया गया है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने प्राथमिक स्तर के छात्र-छात्राओं के लिए यह अकादमिक कैलेंडर जारी किया। इससे पहले पहले चार हफ्ते के लिए एक वैकल्पिक कैलेंडर अप्रैल में जारी किया गया था।

केंद्रीय मंत्री निशंक ने कहा, "यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि छात्रों को कम से कम समय कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बिताना पड़े। जिनके पास इंटरनेट सुविधा है वो भी और जिनके पास नहीं है वो भी, शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। अध्यापक विद्यार्थियों को मोबाइल पर एसएमएस भेजकर या फोन पर कॉल कर के उनका मार्गदर्शन करें। इंटरनेट सुविधा उपलब्ध होने की स्थिति में अध्यापक, अभिभावक और बच्चे व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम, गूगल मेल और गूगल हैंगऑउट द्वारा एक दूसरे से जुड़ सकते हैं और पढ़ाई जारी रख सकते हैं।"

The Calendar further aims to empower our students, teachers, school principals & parents with positive ways to deal with #Covid19 via online teaching-learning resources and achieve the best possible learning outcomes.https://t.co/LsOyxriOtX

— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) July 2, 2020

इस कैलेंडर में दिव्यांग बच्चों की जरूरतों का भी ध्यान रखा गया है। ऑडियो बुक्स, रेडियो कार्यक्रमों आदि के द्वारा छात्रों की जरूरतों को पूरा किया जायेगा।

Launched an 8-week Alternative Academic Calendar for the primary stage today.
This Calendar contains detailed guidelines for teachers on the use of technology & social media tools to impart education while the students are at home.https://t.co/LsOyxriOtX

— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) July 2, 2020

इस कैलेंडर की सबसे प्रमुख बात यह है कि इन गतिविधियों की मैपिंग छात्रों की सीखने के प्रतिफलों के साथ की गई है। इसके द्वारा अभिभावक और अध्यापक बच्चों की प्रगति पर भी नजर बनाये रखेंगे।

इस कैलेंडर में अनुभव आधारित शिक्षा के लिए कला और शारीरिक शिक्षा के साथ साथ योग भी शामिल किया गया है। तनाव और चिंता को दूर करने के तरीके भी इस कैलेंडर में सुझाये गए हैं।

फिलहाल इस कैलेंडर में चार भाषाओं के विषयों को शामिल किया गया है जिनमें संस्कृत, उर्दू, हिंदी और अंग्रेजी हैं। इस वैकल्पिक कैलेंडर में ई-पाठशाला, एनआरओईआर और दीक्षा पोर्टल पर अध्यायवार उपलब्ध सामग्री को भी शामिल किया गया है।

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