नोटबंदी, मुठभेड़ में भी नक्सलियों की मदद करने वाले दो पकड़ाए
नोटबंदी व मुठभेड़ में भी नक्सलियों की मदद करने वाले दो नक्सली सहयोगी को खैरागढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है;
राजनांदगांव। नोटबंदी व मुठभेड़ में भी नक्सलियों की मदद करने वाले दो नक्सली सहयोगी को खैरागढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी नक्सलियों को राशन वर्दी व अन्य उपयोगी सामानों की सप्लाई करते थे।
यही नहीं नोटबंदी के दौरान भी आरोपियों ने नक्सलियों के काले रुपयों को सफेद करने का काम किया था। दोनों आरोपियों के पास से पुलिस ने काफी मात्रा में नक्सली वर्दी सहित राशन व इलेक्ट्रिक सामान बरामद किया है। नक्सली समर्थकों से पूछताछ में और भी कई खुलासे होने की संभावना है।
नक्सलियों के करीब एक करोड़ रुपये के कालेधन को वाइट करने वाले आरोपी को पुलिस ने माहभर पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। बीते माह पुलिस ने मारूटोला के अश्वनी वर्मा को हिरासत में लिया थाए जो नोटबंदी के बाद नक्सलियों के पैसों को बैंकों में बदलवाए थे।
पूछताछ में आरोपी ने कई खुलासे किए हैं। इसी निशानदेही पर पुलिस ने बकरकट्टा के कौरुवा गांव के 36 वर्षीय उत्तम उर्फ बोधी पिता रामसिंग गोंड और नाका गातापार के 33 वर्षीय प्रहलाद पिता बुधारू राम कंवर को पुलिस ने पकड़ा है, जो नक्सलियों को राशन और अन्य सामान पहुंचाते थे।
पुलिस ने नक्सलियों के कट्टर समर्थक उत्तम उर्फ बोधी गोंड के घर से काले रंग की नक्सली वर्दी बेल्ट, सीटी, रस्सी, टोपी, डफली सहित नक्सलियों के सामानों की सूची बरामद की है। वहीं प्रहलाद कंवर के घर से बिजली तारए स्वीच बटन, जूते व घुंघरू सेट बड़ी मात्रा में जप्त किया है। दोनों नक्सली सहयोगी अपने घरों में ही सामान छुपाकर रखे थे।
पूछताछ में नक्सली सहयोगी प्रहलाद कंवर ने पुलिस को बताया है कि नोटबंदी के दौरन उसने नक्सलियों के पांच लाख रुपये के पुराने नोटों को बैंक में बदलवाया था। आरोपी ने यह भी कबूल किया कि वो बीते छह अगस्त को पुलिस द्वारा जप्त राशन सामान को नक्सलियों तक पहुंचाने जा
रहा था।
तभी भावे जंगल में पुलिस का नक्सलियों से मुठभेड़ हुई, जिसमें उप निरीक्षक युगल किशोर और आरक्षक कृष साहू शहीद हुए थे। मुठभेड़ के बाद वो वहां से भाग निकला। पुलिस ने वहां राशन सामग्री जप्त की थी।