नावेद अंतुले शिवसेना में शामिल
चार दिन के अंदर एक और जाने-माने मुस्लिम नेता, रायगढ़ के नावेद ए.अंतुले के कांग्रेस छोड़ने से पार्टी की अल्पसंख्यक हितैषी छवि को आज एक और झटका लगा;
मुंबई । चार दिन के अंदर एक और जाने-माने मुस्लिम नेता, रायगढ़ के नावेद ए.अंतुले के कांग्रेस छोड़ने से पार्टी की अल्पसंख्यक हितैषी छवि को आज एक और झटका लगा। नावेद अंतुले, दिवंगत अब्दुल रहमान अंतुले के बेटे हैं। अब्दुल रहमान अंतुले पूर्व केंद्रीय मंत्री व महाराष्ट्र के पहले मुस्लिम मुख्यमंत्री रहे हैं।
नावेद अंतुले ने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात की और बुधवार को पार्टी के साथ 'शिव बंधन' में बंध गए।
कांग्रेस के लिए इस सप्ताह यह दूसरा बड़ा झटका है। इससे पहले औरंगाबाद जिले के सिल्लोड के विधायक अब्दुल सत्तार ए.नबी ने सोमवार को पार्टी छोड़ दी। नबी ने ऐसा लोकसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने की वजह से किया।
हालांकि, अब्दुल सत्तार ए.नबी किसी पार्टी में शामिल नहीं हुए। सत्तार अपने समर्थकों के साथ बैठक के बाद शुक्रवार को अपने भविष्य की राजनीतिक योजना की घोषणा करेंगे।
नावेद अंतुले के शिवसेना में शामिल होने से शिवसेना के रायगढ़ से उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री अनंत गीते को फायदा होगा और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुनील तटकरे के लिए परेशानी पैदा कर सकती है। तटकरे कांग्रेस के साथ गठजोड़ में चुनाव लड़ रहे हैं।
अंतुले के बेटे का स्वागत करते हुए ठाकरे ने कहा कि नावेद अंतुले के शामिल होने से पार्टी मजबूत होगी और दशकों तक रही अंतुले और शिवसेना के संस्थापक-संरक्षक बाल ठाकरे की पुरानी निजी दोस्ती को आगे बढ़ाएगी।
ठाकरे ने कहा, "राजनीति से परे उनकी दोस्ती बेहद खास थी, हालांकि वे एक पार्टी से नहीं थे। उनकी अगली पीढ़ी पुरानी दोस्ती व राज्य में उनके कार्यो की विरासत को आगे ले जाएगी।"