मप्र : दिल्ली कूच करते सत्याग्रहियों के बीच पहुंचेंगे राहुल
मध्यप्रदेश के ग्वालियर से दिल्ली की ओर बढ़ रहे हजारों भूमिहीन सत्याग्रही अपने आंदोलन के दूसरे दिन शुक्रवार को 17 किलोमीटर पैदल चलकर मुरैना जिले में प्रवेश कर गए;
ग्वालियर/मुरैना। मध्यप्रदेश के ग्वालियर से दिल्ली की ओर बढ़ रहे हजारों भूमिहीन सत्याग्रही अपने आंदोलन के दूसरे दिन शुक्रवार को 17 किलोमीटर पैदल चलकर मुरैना जिले में प्रवेश कर गए। इन सत्याग्रहियों के बीच शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पहुंचेंगे। राहुल के दौरे के मद्देनजर मुरैना में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। एकता परिषद की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, सत्याग्रहियों की पदयात्रा सुबह सुसेराकोठी और बुरवां गांव के बीच से शुरू हुई। वे 17 किलोमीटर का रास्ता तय कर शुक्रवार की रात मुरैना जिले के नूराबाद टेकरी गांव पहुंचे।
दिल्ली कूच कर रहे सत्याग्रही शनिवार की दोपहर में एक स्टेडियम में पहुंचेंगे, उन्हें राहुल गांधी संबोधित करेंगे। राहुल विशेष विमान से ग्वालियर और वहां से हेलीकॉप्टर से मुरैना पहुंचेंगे।
एकता परिषद और सहयोगी संगठनों के आह्वान पर हजारों भूमिहीनों ने पांच सूत्री मांगों को लेकर जनांदोलन-2018 शुरू किया है। उनकी मांग है कि आवासीय कृषि भूमि अधिकार कानून, महिला कृषक हकदारी कानून (बूमन फॉर्मर राइट एक्ट), जमीन के लंबित प्रकरणों के निराकरण के लिए न्यायालयों का गठन किया जाए, राष्ट्रीय भूमि सुधार नीति की घोषणा और उसका क्रियान्वयन, वनाधिकार कानून 2006 व पंचायत अधिनियम 1996 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर निगरानी समिति बनाई जाए।
इन आंदोलनकारियों के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक अपनी-अपनी सरकारों का पक्ष रख चुके हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एक पत्र भेजकर केंद्र सरकार द्वारा भूमिहीनों के लिए किए जा रहे प्रयासों का ब्यौरा दिया था। मगर वे संस्तुष्ट नहीं हुए और दिल्ली में दस्तक देने के लिए कठिन पदयात्रा पर निकल पड़े हैं।