उत्तराखंड में मोटर्स यूनियन की हड़ताल की चेतावनी
उत्तराखंड में कुमाऊं मोटर्स आनर्स यूनियन(केएमओयू) ने शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है;
नैनीतालए। उत्तराखंड में कुमाऊं मोटर्स आनर्स यूनियन(केएमओयू) ने शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। केएमओयू का आरोप है कि पुलिस एवं प्रशासन के तानाशाह रवैये के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।
संस्था के अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह डसीला ने कहा कि गढ़वाल समेत कुमाऊं के सात जिलों में केएमओयू की 450 से अधिक बसें संचालित होती हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि केएमओयू पहाड़ी क्षेत्रों की जनता की रीढ़ है लेकिन पुलिस प्रशासन वाहन चालकों को विभिन्न तरीके से परेशान करने में लगा है।
उन्होंने कहा कि ओवर लोडिंग के नाम पर चालक के खिलाफ गैर इरादन हत्या का मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। लाइसेंस निरस्त किया जा रहा है और कुछ मामलों में परमिट भी रद्द कर दिया जा रहा है। पिछले कई सालों से बसों का किराया नहीं बढ़ाया गया है। बसों में जीपीएस सिस्टम लगाने को अनिवार्य किया जा रहा है।
इसलिये नौ सूत्रीय मांगों को लेकर केएमओयू ने कल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। संस्था की प्रमुख मांगों में उत्तराखंड परिवहन निगम के समान केएमओयू की बसों का किराया निर्धारित किया जाए, चालकों के खिलाफ गैर इरादन हत्या का मुकदमा दर्ज न किया जाए तथा बसों में स्पीड गवर्नर व जीपीएस सिस्टम लगाने की अनिवार्यता को खत्म की जाए शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि वाहन स्वामियों की आज हुई बैठक में फैसला किया गया कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मान लेती है तब तक हड़ताल जारी रहेगी। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के महासचिव प्रभात ध्यानी ने सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए कहा कि केएमओयू के हड़ताल का असर खासकर प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों की जनता पर पड़ेगा। सरकार को उनकी मांगों पर जल्द ही सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।