अंतराष्ट्रीय कांफ्रेस ज्ञानोदय में विद्यार्थियों को शोध के प्रति किया प्रेरित
आईईसी कॉलेज में दो दिवसीय अंतराष्ट्रीय कांफ्रेस ज्ञानोदय का शुभारंभ किया गया;
ग्रेटर नोएडा। आईईसी कॉलेज में दो दिवसीय अंतराष्ट्रीय कांफ्रेस ज्ञानोदय का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के उदघाटन समारोह में संस्थान के निदेशक प्रोफेसर सुनील कुमार तथा प्रोफेसर भानु प्रताप सिंह सागर ने देश तथा विदेशों से आये विभिन्न शोधकर्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों द्वारा छात्रो तथा शिक्षकों को रिसर्च का माहौल तथा साधन उपलब्ध करवाकर देश के विकास में सहयोग करने से ही देश की अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रगति संभव है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आई.आई.टी दिल्ली के मैकेनिकल विभाग के प्रोफेसर एस के साहा ने कहा कि विद्यार्थियों मं शोध संबधित गतिविधि प्रारंभिक शिक्षा से प्रारंभ कर देनी चाहिये।
उन्होंने बताया कि देश में प्रयोगात्मक ज्ञान के अभाव में केवल बीस प्रतिशत व्यवसायिक डिग्रीधारी छात्र ही सफल हो पाते हैं। अतः छात्रों को रोबोटिक्स, ड्रोन तथा अत्याधुनिक तकनीकों में ज्ञान अर्जित करके प्रयोगात्मक समस्याओं के समधान पर शोध करनी चाहिये।
कार्यक्रम में पधारे गलगोटिया विश्वाविद्यालय के प्रो. वाईस चांसलर प्रो. पी.के. शर्मा, सेंट्रल विश्वविद्यालय, झारखंड के प्रोफेसर डॉ. भगवान सिंह, बुदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी के प्रोफेसर डा. आर.एन. प्रजापति, दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डा. पी. एम. लूथरा, नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय, दिल्ली के प्रोफेसर नन्हे सिंह, शारदा विश्वविद्यालय के प्रो. संदीप शुक्ला, सिहांर पल्प एवं पेपर के विवेक गोयल ने शोध को बढावा देने के लिये सभी शिक्षकों तथा छात्रों से नये अन्वेषण के क्षेत्र में कार्य करने की सलाह दी।