साकार होने लगा है मोदी का 'हर घर को नल से जल' देने का लक्ष्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन मिशन के तहत 'हर घर को नल से जल' पहुंचाने का सपना साकार होने लगा है;

Update: 2020-10-10 14:39 GMT

नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन मिशन के तहत 'हर घर को नल से जल' पहुंचाने का सपना साकार होने लगा है और इसके तहत गोवा पहला राज्य बन गया है जिसने एक साल के भीतर अपने सभी 2.30 लाख ग्रामीण परिवारों को स्वच्छ जल पहुंचाने का लक्ष्य हासिल कर लिया है।

श्री मोदी ने पिछले वर्ष 15 अगस्त को लालकिला की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए कहा था कि ग्रामीण जीवन को सहज और सुखद बनाने के लिए सभी परिवारों को स्वच्छ पेयजल पहुंचाना आवश्यक है। इसके लिए जल जीवन मिशन के तहत हर घर को नल से पानी देने की योजना की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा था कि इससे ग्रामीणों के स्वास्थ्य में सुधार आएगा और जल जनित रोगों से निपटने में आसानी होगी।

मिशन के तहत हर गरीब और कमजोर ग्रामीण परिवार को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना है। कार्यक्रम को कैसे क्रियान्वित करना है और हर घर में जल कब और कहा कैसे पहुंचाना है इसके लिए राज्यों तथा केंद्र सरकार ने कार्यक्रम तय किया हुआ है लेकिन प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर गत दो अक्टूबर को इस मिशन को अभियान बनाने की एक और घोषणा की।

श्री मोदी ने गांव के बच्चों को इस मिशन से जोड़ने का कर्यक्रम बनाया और गांधी जी की 151 वीं जयंती पर 100 दिन का एक विशेष अभियान शुरू करने की घोषणा की। अभियान के तहत सबसे पहले ग्रामीण इलाकों में बच्चों की सेहत को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें नल से जल उपलब्ध कराना आवश्यक है। उनका कहना था कि आंगनवाड़ी केंद्र तथा ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में शुद्ध पेयजल इस अभियान के तहत उपलब्ध कराया जाएगा। जल जीवन मिशन का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में श्री मोदी की इसे अनूठी पहल माना जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने इसके लिए 29 सितंबर को जल जीवन मिशन का 'लोगो' जारी करके ग्राम पंचायतों, पानी समितियों तथा ग्रामीण स्तर पर इस आंदोलन से जुड़े अन्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के लिए विशेष कार्य निष्पादन योजना की मार्गदर्शिका जारी की और कहां कि इसके तहत आंगनबाड़ी केंद्रों तथा ग्रामीण अंचलों में शिक्षण संस्थाओं को पेयजल की इस योजना से जोड़ा जाना आवश्यक है। इसके लिए इसे आंदोलन का रूप दिया जाएगा।

श्री मोदी ने कहा कि सौ दिनों में यह अभियान निश्चित रूप से जन आंदोलन का रूप लेगा और इससे ग्रामीण अंचलों में हर बच्चे की जीवन में एक नई मुस्कान पैदा की जा सकेगी। उनका कहना था कि कार्यक्रम को समय पर सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया गया तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 151वीं जयंती पर राष्ट्र की तरफ से उन्हें इससे बड़ी कोई श्रद्धांजलि नहीं हो सकती है।

लालकिला से पिछले वर्ष श्री मोदी की जल जीवन मिशन की घोषणा के बाद जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस कार्य को मिशन मोड पर लिया और देश के हर घर को नल से पानी देने का चार साल का एक कार्यक्रम तैयार किया जिसके तहत 2024 तक ग्रामीण परिवरों को नलों के माध्यम से स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। केंद्र सरकार ने इसके लिए पैसे की पर्याप्त व्यवस्था की है और मंत्रालय मिशन के तौर पर इस कार्य को क्रियान्वित करने का काम कर रहा है। गांव स्तर पर इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए समितियां बनाई गई हैं। मिशन को एक जन आंदोलन बनाकर हर गांव तथा हर घर को इससे जोड़ा जा रहा है।

राज्य सरकारों ने केंद्र की योजना के तहत इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करने के लिए अपनी विशेष कार्य योजना अपनी स्थिति के अनुकूल तैयार की है। राज्य सरकारें अपनी सुविधा से इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए केंद्र के सहयोग से और उसके दिशा निर्देशों के अनुसार काम कर रही हैं। इस क्रम में गोवा ने महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। शुक्रवार को राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने घोषणा की कि राज्य के सभी ग्रामीण परिवारों को 'नल से जल' पहुंचाने का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है।

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