मोदी सरकार के कदमों से देश के सभी भ्रष्ट लोग भयभीत हुए :संबित पात्रा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस पर भ्रष्टचार करने वालों का संरक्षण करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि मोदी सरकार के कदमों से वे भयभीत हैं एवं उनमें असुरक्षा का भाव पैदा हो गया;
नयी दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस पर भ्रष्टचार करने वालों का संरक्षण करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि मोदी सरकार के कदमों से वे भयभीत हैं एवं उनमें असुरक्षा का भाव पैदा हो गया है।
भाजपा प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश के सभी भ्रष्ट लोगों में भय एवं असुरक्षा की भावना पैदा हो गयी है और वे खुद को बचाने के लिए झूठा शोर करने लगे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के परिवार के सदस्य श्री राॅबर्ट वाड्रा को आयकर विभाग ने वर्ष 2010-11 के दौरान गलत आय बताने और कर चोरी करने का नोटिस देकर 25.8 करोड़ रुपये सरकारी ख़ज़ाने में जमा कराने को कहा है। उन्होंने अपने आयकर रिटर्न में आय 37 लाख रुपए दिखाई थी जबकि आयकर विभाग के सर्वेक्षण के अनुसार उनकी आय करीब 43 करोड़ रुपए थी। उनकी कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटलिटी ने हेरफेर करके उनकी आय को छिपाया था।
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार से किंगफिशर के मालिक रहे विजय माल्या की संपत्ति काे जब्त करने की कार्रवाई आरंभ की गयी है तो वह कह रहे हैं कि उन्हें भ्रष्टाचार एवं बैंकों से धोखाधड़ी करने का ‘पोस्टर ब्वॉय’ बना दिया है। सरकारी जांच एजेंसियां -केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय, गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) उनके पीछे पड़ गयी हैं। उनकी संपत्ति जब्त की जा रही है जिससे वह बहुत दुखी हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने श्री माल्या द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वित्त मंत्री पी चिदंबरम को लिखे गये पत्रों की प्रति दिखाते हुए कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री के कहने पर नियम कायदों को ताक पर रखकर ऋण दिलाया गया है जबकि वर्तमान सरकार उनकी संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की कार्रवाई से भ्रष्टचार करने वालों की दुनिया में भूकंप आ गया है। सरकार का संकल्प है कि वह धोखाधड़ी करके लिए गये भारत के ईमानदार करदाताओं के धन की पाई पाई वापस लाएगी। उन्होंने कहा कि कानून के साथ खिलवाड़ करने वालों पर कार्रवाई एक बहुत बड़ा परिवर्तन है।
डॉ. पात्रा ने कांग्रेस अध्यक्ष श्री गांधी से सवाल किया कि इतने वर्षों तक श्री वाड्रा गोरखधंधा कर रहे थे और उनकी कंपनी इतना जबरदस्त मुनाफा कमा रही थी तो इस आयकर चोरी की उन्होंने और उनकी पार्टी की सरकार ने अनदेखी क्यों की। उन्होंने कहा कि माल्या के साथ गांधी परिवार के सीधे ताल्लुकात थे। श्रीमती सोनिया गांधी ने पत्र लिख कर कहा था कि गांधी परिवार के लोगों के लिए केवल बिजनेस क्लास की बुक की टिकट दी जाये। माल्या ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव टीकेए नायर की उन्हें धन दिलाने में योगदान का उल्लेख किया है और डॉ. मनमोहन सिंह को धन्यवाद दिया है।
उन्होंने गांधी परिवार पर हमला करते हुए कहा कि ऐसे नामदार परिवार कमाई के मामले में बेनामदार हैं, इसलिए वह उन्हें नामदार बेनामी कहना शुरू करेंगे।
थॉमसन रायटर्स द्वारा करीब 500 लोगों से रायशुमारी करके भारत को महिलाओं के लिए दुनिया का सबसे खतरनाक देश बताये जाने पर श्री राहुल गांधी द्वारा स्वीकार किये जाने और उसके आधार पर मोदी सरकार को निशाना बनाये जाने पर डॉ. पात्रा ने कहा कि श्री गांधी एक तरफ तो केवल चंद लोगों की राय पर आधारित इस रिपोर्ट को स्वीकार करके भारत की आलोचना पसंद कर रहे हैं लेकिन विश्व बैंक, संयुक्त राष्ट्र संघ आदि वैश्विक संस्थाओं की व्यापक अध्ययन करके लायी गयी रिपोर्टों को फर्जी बताते हैं जिनमें भारत की तरक्की की बात सामने आती है।
उन्होंने कहा कि ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस की रेटिंग में भारत ने 42 पायदानों की छलांग लगायी थी तो श्री गांधी ने उसे फर्जीवाड़ा करार दिया था। इसी प्रकार अन्य आर्थिक प्रगति के आंकड़ों को भी उन्होंने खारिज किया था लेकिन इस रिपोर्ट को तुरंत स्वीकार कर लिया। इसका साफ मतलब यह है कि वे देश की बुराई करने वाली हर बात को बिना सोचे विचारे या समझे, तुरंत स्वीकार कर लेते हैं। उन्होंने कहा कि श्री गांधी को शायद पता नहीं है कि सीरिया में नाबालिग किशोरवय लड़कियों को बंधक बना कर यौन दासता के दलदल में धकेला जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका की संघीय अन्वेषण ब्यूरो (एफबीआई) के आंकड़ों के अनुसार 2016 में वहां 95730 बलात्कार की घटनाएं हुईं हैं। प्रति लाख की आबादी पर वहां अपराध की दर 40.4 प्रतिशत है जबकि भारत के राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक भारत में प्रतिलाख आबादी पर अपराध का अनुपात मात्र 6.3 प्रतिशत है। संयुक्त राष्ट्र ड्रग्स एवं अपराध (यूएनओडीसी) के वर्ष 2016 के आंकड़ों के अनुसार महिलाओं पर अपराध के मामले में भारत पहले सौ देशों में शामिल नहीं है।