मध्यप्रदेश में मौसम के प्रचंड तेवर, एक-दो दिन में शुरु होंगी मानसूनपूर्व गतिविधियां

लगातार प्रचंड गर्मी की चपेट में बने हुए मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों को आगामी एक-दो दिन में मानसूनपूर्व गतिविधियों के चलते कुछ हद तक राहत मिल सकती है;

Update: 2019-06-12 10:59 GMT

भोपाल। लगातार प्रचंड गर्मी की चपेट में बने हुए मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों को आगामी एक-दो दिन में मानसूनपूर्व गतिविधियों के चलते कुछ हद तक राहत मिल सकती है।
स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अजय कुमार शुक्ला ने  बताया कि एक दो दिन में मध्यप्रदेश के दक्षिणी हिस्से भोपाल, इंदौर, उज्जैन संभागों के जिलों में मानसून पूर्व की गतिविधियां शुरू होने का अनुमान है। इससे तापमान में कुछ गिरावट आ सकती है।

इसी बीच अरब सागर में आ रहे चक्रवातीय तूफान के बारे में उन्होंने बताया कि इसके 13 जून को गुजरात के तट वेरावल में टकराने से वहां तेज बारिश हो सकती है। इसका कुछ असर मध्यप्रदेश पर भी पड़ सकता है और तापमान में गिरावट आ सकती है, लेकिन दो दिन बाद ही गर्मी फिर तेज हो सकती है। समुद्री तूफान 15 जून को निष्क्रिय होने की संभावना है।

राज्य में तेज गर्मी और लू को देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने 23 जून तक सरकारी और गैरसरकारी स्कूलों में अवकाश बढा दिया है।

मौसम विभाग ने आज राजधानी भोपाल सहित रायसेन, राजगढ, खरगोन, रतलाम, शाजापुर, आगरमालवा, ग्वालियर, दतिया, गुना, भिंड, मुरैना, श्योपुर, रीवा सतना, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, शहड़ोल, छतरपुर, सागर, दमोह और बैतूल (कुल 23 जिलों) में प्रबल लू चलने का ‘रेड अलर्ट’ जारी कर लोगों को चेतावनी दी है। इसके अलावा प्रदेश में शेष जिलों अनूपपुर, डिंडोरी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, कटनी, टीकमगढ़, पन्ना, होशंगाबाद, नरसिंहपुर, विदिशा, सीहोर, हरदा, इंदौर, धार, खंडवा, उज्जैन, शिवपुरी, और अशोकनगर जिलों में लू से प्रभावित रहने की संभावना है। प्रदेश का एक मात्र पर्वतीय स्थल पचमढ़ी भी लू की चपेट में है।
भोपाल शहर में आज शाम आंशिक बादल छाने के साथ गरज चमक की स्थिति बन सकती है। 

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