बेटियों के नाम सड़क पर लाखों की पेंटिंग

शहर के चक्रधर नगर चौक के पास पॉलीटेक्निक कालेज रोड पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ सप्ताह के अंतर्गत द डाटर ऑफ न्यू इंडिया के बैनर तले वृहद पेटिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया;

Update: 2017-10-11 17:20 GMT

कार्यक्रम के दौरान पैरों तले रौंदी जाती रही पेंटिग्स
 

रायगढ़। शहर के चक्रधर नगर चौक के पास पॉलीटेक्निक कालेज रोड पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ सप्ताह के अंतर्गत द डाटर ऑफ न्यू इंडिया के बैनर तले वृहद पेटिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मगर इस विशेष कार्यक्रम के लिए गलत स्थल का चयन करने के कारण एक तरफ जहां लाखों रूपए की बनाई गई शताधिक पेटिंग चंद मिनटों में ही पानी में धुल गई वहीं कार्यक्रम के बाद सड़क पर बने हुए बेटियों के नाम पर बनाए गए स्लोगन तथा चित्रों को पैरों रौंदे जाने का दृश्य राहगिरों के लिए दिल को कचोटने वाला रहा। लोगों को यह कहते सुना गया कि जिला प्रशासन जब एक तरफ बेटियों को बचाने और पढ़ाने का पूरजोर दावा करता है तो दूसरी तरफ उन्हीं बेटियों के पेटिंग्स को पैरों तथा वाहनों तले रौंदे जाते हुए देखना उन पर चलना और उन चित्रों के उपर कुर्सी रखकर बतियाना कहां तक उचित कहा जा सकता है। पूरे शहर में इस आयोजन को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।

निश्चित रूप से प्रशासन के द्वारा यह आयोजन एक अच्छी सोंच के तहत किया गया था। मगर गलत जगह के चयन के कारण यह कार्यक्रम बेटियों के सम्मान की जगह उनके अपमान की तरह लोगों के जेहन में जन्नाटेदार चांटे की तरह लगा और अब इस आयोजन को लेकर तरह-तरह की बातें शुरू हो गई है। वैसे प्रशासन अगर थोडी सी सजगता रखता तो इस आयोजन को सड़क के किनारे कैनवास लगाकर किसी दूसरे स्थल पर भी आयोजित किया जा सकता था। सड़क पर इस तरह पेटिंग बनाकर उसे रौंदे जाने के लिए छोड़ देना किसी भी दृष्टि में उचित नही कहा जा सकता। नगर के बुद्धिजीवियों ने भी इस पहल को सोंच का गलत नजरिया निरूपित किया है। शासन को चाहिए कि आगे आने वाले ऐसे किसी भी कार्यक्रम में दोबारा कभी इस तरह की गलती की पुनर्रावृत्ति न हो सके। इस बात का ध्यान शासन प्रशासन में उच्च पदों पर बैठे अधिकारी करें। 

पानी में धुल गई लाखों की पेटिंग

जिला पंचायत की सीईओ संजय चंदन त्रिपाठी के दिशा निर्देश पर महिला बाल विकास द्वारा आयोजित द डाटर ऑफ न्यू इंडिया के तहत पॉलीटेक्निक कालेज के सामने बनाई गई सौ से अधिक पेटिंग पानी में धूल गई चूंकि सड़क के उपर बनाई गई इस पेटिंग प्रतियोगिता की तैयारी जिला पंचायत व महिला बाल विकास ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के फंड से चार दिन पहले ही तैयारी करते हुए आयोजित की थी। जिसमें चक्रधर नगर इलाके को जोड़ने वाली करीब 2 सौ मीटर सड़क को एक तरफ से बंद करके सड़क में ही बेटियों की तस्वीरें व उनके नारे संबंधी पेटिंग बनाई गई थी। सुबह 9 बजे बनाई गई ये सभी पेटिंग दोपहर 12 बजे तेज बारिश में न केवल धूल गई बल्कि इसमें शामिल स्कूली बच्चे तेज बारिश से बचने के लिए भागते नजर आए।

लाखो रूपए खर्च करके आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम को लेकर निगम के सभापति सलीम नियारिया व कांगे्रस नेता नरेश कंकरवाल ने गलत बताया।  उनका कहना है कि इस प्रकार के आयोजनों को करने के लिए प्रशासन को गंभीरता से पहल करनी चाहिए। चूंकि सड़क पर बनाई गई पेटिंग गाड़ियों नीचे रौंद दी जाएगी और इसमें संदेश भी गलत जाएगा। इन दोनों का कहना था कि  लाखों रूपए खर्च करके बनाई गई पेटिंग अभी पानी में धूल गई और सड़क खुलते इन पर गाडियां चलेंगी तो भला जो नारा जनता को जागरूक करने के लिए दिया जा रहा था उसका गलत संदेश जनता के बीच जाएगा चूंकि सड़क के बीचों बीच इस प्रकार के आयोजनों से प्रशासन को बचना चाहिए। 

सौ से अधिक पेटिंग्स की बीच सड़क पर लगी प्रदर्शनी

कलेक्टर श्रीमती शम्मी आबिदी की विशेष पहल पर आज 9 से 14 अक्टूबर तक बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ सप्ताह  द डाटर ऑफ न्यू इंडियाÓ के तहत जिले में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें जिला कलेक्टर सहित जिले के सभी अधिकारी-कर्मचारियों ने हिस्सा लेते हुए वहां पहुंची स्कूली बच्चियों को प्रोत्साहित किया। रायगढ़ जिला मुख्यालय में पहली बार लगभग दो सौ मीटर की सड़क को घेरकर सड़क में ही पेटिंग बनाई गई और इस पेटिंग को बनाने की तैयारी तीन दिनों से चल रही थी जिसके चलते यह सड़क जो कि शहर से चक्रधर नगर इलाके को जोड़ती है वह आधी से ज्यादा बंद कर दी गई थी। इस आयोजन में कई स्कूलों की छात्राओं को बुलाया गया था साथ ही साथ जिला कलेक्टर व जिला पंचायत की सीईओ सहित अन्य अधिकारियों व पत्रकारों ने भी पेटिंग में रंग भरकर बेटी बचाओ-बेटी पढाओं के नारे को बुलंद करने का संदेश दिया।

सुबह करीब 9 बजे से आयोजित इस कार्यक्रम में सौ से अधिक पेटिंग बनाई गई थी इस संबंध में जिला कलेक्टर का कहना था कि रायगढ़ जिला बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है और द डाटर ऑफ न्यू इंडिया के नाम से आयोजित इस कार्यक्रम में पेटिंग बनाई गई थी जिसमें बेटियों के नाम से संदेश बनाकर भु्रण हत्या को रोकने की पहल की जा रही है साथ ही साथ आज ही परिचर्चा का आयोजन किया गया। 
उन्होंने इस प्रकार के कार्यक्रम के पीछे एक संदेश आम जनता के बीच जाने की मंशा भी जताई। 

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