मनरेगा मजदूरों को काम के बाद मजदूरी नहीं, श्रमिक मंच करेगा 16 मार्च को प्रदर्शन
मनरेगा के तहत 150 दिनों का काम देने की कानूनी गारंटी देकर सौ दिनों का काम उपलब्ध न करा पाने का आरोप सरकारों पर लगाते हुए छत्तीसगढ़ श्रमिक मंच ने 16 मार्च को प्रदर्शन करने की घोषणा की;
दुर्ग। प्रदेश के मजदूरों को वर्ष में, मनरेगा के तहत 150 दिनों का काम देने की कानूनी गारंटी देकर सौ दिनों का काम उपलब्ध न करा पाने का आरोप सरकारों पर लगाते हुए छत्तीसगढ़ श्रमिक मंच ने 16 मार्च को जिला पंचायत कार्यालय के सामने प्रदर्शन करने की घोषणा की है। यह जानकारी देते हुए मंच के संयोजक राजकुमार गुप्त ने बताया कि विगत 2 माह जनवरी और फरवरी में कार्य करने वाले मनरेगा मजदूरों को उनके पारिश्रमिक का भुगतान नहीं किया गया है। प्रदर्शन में ये मजदूर बचे पारिश्रमिक की मांग भी करेगें।
श्री गुप्ता ने बताया कि मनरेगा के तहत केन्द्र द्वारा मजदूरों को सौ दिन व राज्य सरकार द्वारा 50 दिनों का काम देने की गारंटी है। काम न दे सकने पर बेरोजगारी भत्ता देने का भी प्रावधान है। इसके बावजूद मजदूरों को पूरे सौ दिन का काम नहीं मिला है। यदि यही स्थिति रही तो अनेक मजदूर सौ दिनों के काम से वंचित रह जायेगें।
श्री गुप्ता ने बताया कि कचांदुर, खपरी, कुटेला भाठा, सहित अन्य कई पंचायतों में बजट के अभाव में काम बंद है। यहां के मजदूरों को 50 दिनों का काम भी नहीं मिला है। उन्होने बताया कि जिले में 48 हजार मनरेगा मजदूर है इनमें से 10 हजार मजदूरों को भी सौ दिनों का काम नहीं मिला है।