जुमे की नमाज में दिया शांति कायम रखने का संदेश
दिल्ली के जाफराबाद, सीलमपुर, करावल नगर, मौजपुर और कबीर नगर आदि इलाकों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान बड़ी संख्या में एकत्र हुए लोगों ने राष्ट्रीय राजधानी में शांति कायम रहने की दुआएं मांगी।;
नई दिल्ली | उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, सीलमपुर, करावल नगर, मौजपुर और कबीर नगर आदि इलाकों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान बड़ी संख्या में एकत्र हुए लोगों ने राष्ट्रीय राजधानी में शांति कायम रहने की दुआएं मांगी। इस दौरान मस्जिदों के लाउडस्पीकर से अपील की गई कि लोग आपस में भाईचारा बनाए रखें और प्रशासन के साथ सहयोग करें। इस दौरान विभिन्न इलाकों में बनी अमन समितियों ने लोगों से मुलाकात कर तनाव कम करने और इलाके के हालात सामान्य बनाने को लेकर चर्चा की।
जाफराबाद समेत उत्तर पूर्वी दिल्ली स्थित अलग-अलग मस्जिदों के लाउडस्पीकर से भाईचारे को कायम रखने का संदेश दिया गया। जाफराबाद उत्तर पूर्वी दिल्ली का वह इलाका है, जहां सबसे पहले हिंसा भड़की थी। यहां नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के बीच सैकड़ों युवा 25 फरवरी की देर रात तक हाथों में लोहे की रॉड, चाकू व डंडे लेकर जाफराबाद की अंदरूनी सड़क पर उतर आए थे।
अब यहां मस्जिदों की ओर से इलाके में शांति बनाए रखने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। जाफराबाद थाने से कुछ ही दूरी पर मौजूद मस्जिद से लगातार लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है। यहां नमाज पढ़ने आए सलमान ने कहा, "कुछ आवारा व असामाजिक लड़कों ने पूरा माहौल खराब किया है, जबकि अधिकांश लोग यहां अमन पसंद हैं और हिंसा में उनकी कोई भूमिका नहीं है। जो लोग हिंसा में शामिल थे या जिन लोगों ने हिंसक वारदातों का समर्थन किया, हम उनके साथ नहीं खड़े हैं। हम लोग यहां सभी से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं।"
नमाज अदा करने आए नासिर ने कहा, "यहां हुई हिंसा का जितना हमें दुख है उतना ही अफसोस भी है। यह हिंसा एक दाग है, जिसके लिए कम या ज्यादा हर पक्ष का इंसान जिम्मेदार है।"
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शांति बहाली के लिए दिल्ली के मंदिरों और मस्जिदों से अपना योगदान देने की अपील की है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बयान में कहा, "मंदिर और मस्जिदों से सभी लोगों के लिए शांति बनाए रखने की अपील की जाए। हमने स्थानीय स्तर पर अमन कमेटी की बैठक करने को कहा है, जिसमें सभी धर्मों के लोग और स्थानीय विधायक शामिल हों।"
मुख्यमंत्री समेत अलग-अलग पार्टियों के कई नेताओं ने ऐसी ही पहल की है। इसके अलावा दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी अलग-अलग समुदायों के साथ अमन कमेटी की बैठक कर रहे हैं। स्थानीय लोग भी इसे शांति के लिए की गई एक अच्छी पहल मान रहे हैं। मौजपुर में रहने वाले हरीश चोपड़ा ने कहा कि पूर्वी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में फैली हिंसा को शांत कराने में मंदिरों, मस्जिदों की बड़ी भूमिका हो सकती है।
गौरतलब है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में 24 से 26 फरवरी तक जबरदस्त हिंसा हुई थी। इस हिंसा में 50 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और 200 से ज्यादा लोग इसमें जख्मी हुए हैं।