सीबीएसई बोर्ड में मार्किंग व्यवस्था फिर लागू

 सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में इस बार 10वीं की परीक्षा में ग्रेडिंग सिस्टम के साथ-साथ मार्किंग व्यवस्था दोबारा लागू कर दी गई है;

Update: 2017-12-01 15:09 GMT

गाजियाबाद। सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में इस बार 10वीं की परीक्षा में ग्रेडिंग सिस्टम के साथ-साथ मार्किंग व्यवस्था दोबारा लागू कर दी गई है। इसे एक तरफ जहां मेधावी छात्रों के लिए बेहतर माना जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ पढ़ाई में कमजोर छात्रों के लिए मार्किंग व्यवस्था आफत की तरह दिखाई दे रहा है।

इसके अलावा इस बार बोर्ड परीक्षा सेल्फ के बजाए दूसरे केंद्रों पर होगी। इसको लेकर इस बार छात्रों के साथ ही अभिभावकों में भी तनाव बढ़ रहा है। स्कूलों में भी 10वीं की बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर बच्चों के लिए काउंसिलिंग कक्षाएं लगाईं जा रही हैं। सीबीएसई में शिक्षा के गिरते स्तर को सुधारने के लिए विद्यार्थियों के पेपर स्कूल के शिक्षकों के बजाए बोर्ड से ही चेक होंगे। इसके साथ ही विद्यार्थियों को पूरे सिलेबस में से बोर्ड की परीक्षा देनी पड़ेगी। इससे विद्यार्थियों के शिक्षा का स्तर सुधारा जा सके।

इसके लिए बोर्ड ने परीक्षा के लिए स्टिक मार्क्स को अनिवार्य कर दिया है। सीबीएसई की ओर से सीसीई पैटर्न में 40 नंबर टीचर के पास होते थे, जिसमें विद्यार्थी यह नंबर चार्ट, मॉडल दिखाकर टीचर से ले लेते थे। इसके साथ ही टीचर अपने स्कूल का अच्छे परिणाम के लिए विद्यार्थियों को 40 में से 35 तक अंक दे देते थे। विद्यार्थियों की परीक्षा 60 नंबर की होती थी जिसमें विद्यार्थियों को केवल 20 नंबर लेकर 55 अंक प्राप्त कर लेते थे। जिससे विद्यार्थियों का शिक्षा का स्तर गिर रहा था।

यही नहीं 2009 से स्कूल ही पेपर बनाकर परीक्षा संपन्न कराते थे और मार्क सीबीएसई मुख्यालय को भेज देते थे। अब 2018 की परीक्षा अन्य केंद्रों पर होने के साथ ही पेपर और कॉपियों का मूल्यांकन भी बोर्ड द्वारा होगा। सीबीएसई बोर्ड ने एक कमेटी गठित कर अध्ययन के बाद बदलाव किया है। अब 12वीं की तरह ही 10वीं की परीक्षा भी बोर्ड से होगी। इससे विद्यार्थियों के गिरते शिक्षा स्तर में सुधार होगा। बोर्ड परीक्षा के आधार पर ही रिजल्ट घोषित होगा। पहली बार अचानक व्यवस्था बदलने से थोड़ी परेशानी हो रही है। 

Full View

Tags:    

Similar News