दिल्ली प्रदूषण पर मनोज तिवारी ने CM केजरीवाल को लिखा पत्र
दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट लोक सभा क्षेत्र से भाजपा के सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर यह मांग की है कि प्रदूषण पर दोषारोपण बंद कर अब केजरीवाल दिल्लीवासियों की सुरक्षा के लिए युद्ध स्तर पर कदम उठाएं।;
दिल्ली । दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट लोक सभा क्षेत्र से भाजपा के सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर यह मांग की है कि प्रदूषण पर दोषारोपण बंद कर अब केजरीवाल दिल्लीवासियों की सुरक्षा के लिए युद्ध स्तर पर कदम उठाएं।
मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को लिखे पत्र को एक्स ( पहले ट्विटर ) पर शेयर करते हुए यह तंज भी किया कि चूंकि केजरीवाल ज्यादातर एक्स पर ही पाए जाते हैं, इसलिए वह यह पत्र एक्स पर ही शेयर कर रहे हैं। मनोज तिवारी ने केजरीवाल को लिखे अपने पत्र में कहा कि," अब समय आ गया है कि दोषारोपण बंद किया जाए और राष्ट्रीय राजधानी के निवासियों की सुरक्षा के लिए युद्ध स्तर पर कदम उठाए जाएं, जो गंभीर वायु प्रदूषण से दम तोड़ रही है।
Dear @ArvindKejriwal Ji as you are mostly found on twitter ( @x ) only, posting this letter here for your kind attention 🙏 pic.twitter.com/iZH3TEfQeV
हम दिल्लीवासियों के प्रति आपके संवेदनहीन व्यवहार और तुच्छ रवैये के कारण यह एक वार्षिक मामला बन गया है। अध्ययनों से पता चलता है कि दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में लगातार वृद्धि ने निवासियों की औसत आयु 12 वर्ष कम कर दी है। खराब वायु गुणवत्ता से बच्चे और बुजुर्ग सबसे अधिक प्रभावित होते हैं। शासन पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है, क्योंकि आप अपनी राजनीतिक आकांक्षाओं को प्राप्त करने के लिए भ्रष्ट गतिविधियों में इतने व्यस्त हैं।"
तिवारी ने ईडी को लिखे पत्र में केजरीवाल द्वारा उनके नाम का जिक्र करने पर भी पलटवार करते हुए आगे कहा कि,"आपने प्रवर्तन निदेशालय को लिखे पत्र में मेरे नाम का उल्लेख किया है, लेकिन सच्चाई यह है कि शराब घोटाला, शीश महल या क्लासरूम निर्माण घोटाले जैसे विभिन्न भ्रष्ट कार्यों में शामिल होने के कारण आप जल्द ही जेल में होंगे। इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि जांच का सामना न करने के बहाने के रूप में मेरे नाम का उपयोग करना बंद करें।" तिवारी ने आगे कहा, "आपने इतनी पीड़ा पहुंचाई है कि अब समय आ गया है कि आप तथ्यों का सामना करें और अपनी गलतियों को स्वीकार करें तथा राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण से निपटने के लिए सुधारात्मक उपाय करें। "