बॉलीवुड में नेपोटिज्म को लेकर मचा हंगामा
इन दिनों बॉलीवुड में नेपोटिज्म को लेकर एक लंबी बहस छिड़ी है,,जिसने बॉलीवुड में कई विवादों को जन्म दिया है ...लेकिन ऐसे में सवाल उठता है कि बॉलीवुड में नेपोटिज्म इतना ही हावी है;
इन दिनों बॉलीवुड में नेपोटिज्म को लेकर एक लंबी बहस छिड़ी है,,जिसने बॉलीवुड में कई विवादों को जन्म दिया है ...लेकिन ऐसे में सवाल उठता है कि बॉलीवुड में नेपोटिज्म इतना ही हावी है तो इरफान- नवाज और मनोज वाजपेयी जैसे सितारों ने सफलता कैसे हासिल की, इसका राज खोला मनोज वाजयपयी ने जो खुद को इस इंडस्ट्री में आउटसाइडर बताते हैं.जहां सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद बॉलीवुड में आउटसाइडर्स और इनसाइडर्स की बहस तेज हुई है वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जो सवाल कर रहे हैं कि अगर किसी आउटसाइडर को इंडस्ट्री में कनेक्शन के सहारे ही मौके मिलते हैं तो नवाजुद्दीन सिद्दीकी, मनोज वाजपेयी और इरफान खान जैसे आउटसाइडर्स इतने लोकप्रिय स्टार्स कैसे बन गए हैं? इन आउटसाइडर के इतने फैंस कैसे बन गए? कैसे बॉलीवुड में इन सितारों ने इतना नाम कमा लिया, वैसे तो इस मामले पर हर आउटसाइडर एक्टर की अलग- अलग कहानियां है लेकिन हाल ही में जब मनोज वाजपेयी ने ये सवाल पूछा गया तो मनोज वाजपेयी ने इस बारे में बात करते हुए कहा- हर किसी को पता है कि इस सवाल के मायने क्या हैं. मनोज वाजपेयी और जितने भी कलाकारों के नाम लिए जा रहे हैं, इन सबकी यात्रा चुनौतियों से भरी रही है. हमें खुद विश्वास नहीं होता कि हमने कैसा समय बिताया है. ये यात्रा कहीं से भी आसान नहीं कही जा सकती है और जितनी भी फिल्मों का हम हिस्सा रहे हैं, उन्हें बनाने के लिए हमें कड़ा संघर्ष करना पड़ा है. ये आप कभी मत भूलना.मनोज वाजपेयी की जिंदगी में साल 2012 एक बड़ी तब्दीली लेकर आया.. इस साल फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर ने मनोज वाजपेयी को जबरदस्त सफलता दी,, मनोज अब ऑफ बीट फिल्मों के साथ ही साथ कई कमर्शियल फिल्मों का भी हिस्सा रह चुके हैं...अब भले ही यहां मनोज वाजपेयी ने नेपोटिज्म को लेकर उठ रहे तमाम सवालों को अपने संघर्ष की कहानी के नीचे दबा दिया हो लेकिन मनोज वाजपेयी अकेला ऐसा नाम नहीं है जिन्होंने बॉलीवुड की इस जगमगाती दुनिया में नेपोटिज्म जैसी चीजों का सामना किया हो.. यहाँ कई ऐसे चेहरे हैं जिन्होंने अपनी काबिलियत के दम पर कामयाबी हासिल की है.