पूर्ण बजट पेश करने जा रही है मोदी सरकार, आनंद शर्मा और मनीष तिवारी ने जताया ऐतराज
सरकार पूर्ण बजट पेश करने जा रही है। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा और मनीष तिवारी ने इस पर ऐतराज जताया;
नई दिल्ली। सरकार पूर्ण बजट पेश करने जा रही है। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा और मनीष तिवारी ने इस पर ऐतराज जताया है। आनंद शर्मा ने ट्वीट किया है।
मनीष तिवारी ने कहा है कि अगर अगर सरकार पूर्ण बजट पेश करेगी तो ये संविधान, लोकतंत्र और सात दशकों की परंपरा का अपमान होगा।
मनीष तिवारी ने कहा कि अखबारों और टीवी चैनलों की रिपोर्ट से पता चल रहा है कि सरकार पूर्ण वित्तीय बजट पेश करने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस के नेता मनीष तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार वादों के लिए पूर्ण बजट पेश करना चाहती है। यह पूरी तरह से गलत है।
आनंद शर्मा ने सिलसिलेवार तरिके से ट्वीट कर कहा की लोक सभा चुनाव से पहले भाजपा सरकार द्वारा पूर्ण बजट प्रस्तुत करना सभी नियमों और स्थापित संसदीय परम्पराओं के खिलाफ है। सरकार का कार्यकाल 5 वर्ष का है जो मई 2019 में समाप्त हो जाएगा। पांच बजट प्रस्तुत करने के बाद, सरकार केवल वोट ऑन अकाउंट पेश कर सकती है।
लोक सभा चुनाव से पहले भाजपा सरकार द्वारा पूर्ण बजट प्रस्तुत करना सभी नियमों और स्थापित संसदीय परम्पराओं के खिलाफ है। सरकार का कार्यकाल 5 वर्ष का है जो मई 2019 में समाप्त हो जाएगा। पांच बजट प्रस्तुत करने के बाद, सरकार केवल वोट ऑन अकाउंट पेश कर सकती है।
सरकार की मंशा संदिग्ध है। पहले किए गए झूठे वादों के औंधें मुंह गिरने के बाद, इस बजट के जरिए सरकार जनता को गुमराह करने के लिए बड़ी घोषणाएं करना चाहती है जो संविधान और संसदीय मर्यादाओं के खिलाफ हैं।
बजट प्रस्तुत करने के लिए सरकार के लिए सरकार के पास 12 महीने का कार्यकाल शेष होना चाहिए। सरकार का यह फैसला विचित्र व अभूतपूर्व है क्योंकि केवल 3 महीनों का कार्यकाल शेष है। हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि बजट के 75 दिन के अंदर वित्त विधेयक पारित करना होता है।