ममता सरकार आदिवासी संस्कृति से पर्यटकाें को रूबरू कराएगी

पश्चिम बंगाल सरकार ने दार्जलिंग क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आदिवासी क्षेत्रों के निवासियों की संस्कृति, खानपान की आदतों और उनकी परंपराओं से पर्यटकों को रूबरू कराने की योजना बनाई है।;

Update: 2018-04-28 12:48 GMT

कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार ने दार्जलिंग क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आदिवासी क्षेत्रों के निवासियों की संस्कृति, खानपान की आदतों और उनकी परंपराओं से पर्यटकों को रूबरू कराने की योजना बनाई है।

अाधिकारिक जानकारी के अनुसार राज्य में सूक्ष्म, लघु एवं मझौले उपक्रम विभाग के तहत आने वाला पश्चिम बंगाल खादी एवं ग्रामोद्याेग बोर्ड( डब्ल्यूबीकेवीआईबी) इस याेजना को क्रियान्वित करेगा और इस दिशा में उसने राज्य सरकार की तरफ से गठित किए गए 15 संस्कृति और विकास बोर्डों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।
इनमें से प्रत्येक बोर्ड के लिए “फाॅल्क आर्ट सेंटर्स ” की स्थापना की जाएगी जहां आदिवासी लोग अपनी पारंपरिक वेशभूषा, हथियारों, संगीत उपकरणों और अन्य विधाआें को पर्यटकों के समक्ष प्रदर्शन करेंगें। इन केन्द्रों में हस्तशिल्पों की नुमाईश भी की जाएगी और इनकी ब्रिकी को भी बढावा दिया जाएगा। प्रत्येक ऐसे बोर्ड को दो से तीन लाख रूपए दिए जाऐंगे।

एेसे 15 विकासात्मक बोर्डों में से आठ से अधिक के लिए भूमि निश्चित की गई ली गई है अौर अन्य के बारे में काम जल्दी ही शुरू कर लिया जाएगा। राज्य पर्यटन विभाग इन केन्द्रों को पर्यटन गंतव्य के रूप में पेश करेगा ताकि लोग यहां आकर आदिवासी लोगों से मिलकर उनके बारे में जानकारी हासिल कर सकें।

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