बड़ा हादसा : सुखोई 30 व मिराज टकराए, वायुसेना ने कही यह बात
शनिवार सुबह पहाड़गढ़ मुरैना के मड़वाली माता के पास ग्रामीणों ने तेज आवाज सुनी। उसके बाद उन्होंने आसमान से जलता हुआ विमान गिरते देखा। ग्रामीणों ने अपने मोबाइल से घटना के वीडियो बना लिए जो दिन भर सोशल मीडिया पर वायरल होते रहे;
By : गजेन्द्र इंगले
Update: 2023-01-29 04:53 GMT
गजेन्द्र इंगले
ग्वालियर/ मुरैना: मध्यप्रदेश के चंबल क्षेत्र तड़के बड़ी विमान दुर्घटना हो गई। जिला मुरैना के पहाड़गढ़ से करीब पांच किमी दूरी निरार रोड पर मड़वाली माता के पास सुखोई 30 और मिराज फाइटर प्लेन क्रेश हो गए। इस घटना में एक पायलट की मौत और दो घायल हो गए । भारतीय वायुसेना ने ट्वीट कर कहा कि दो फाइटर प्लेन ग्वालियर के पास दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं। यह दोनों रुटिन ट्रेनिंग मिशन पर थे। इसमें तीन पायलट सवार थे, दुर्घटना किस वजह से हुई इसकी जांच के निर्देश दिए गए हैं।
शनिवार सुबह मड़वाली माता के पास ग्रामीणों ने तेज आवाज सुनी। उसके बाद उन्होंने आसमान से जलता हुआ विमान गिरते देखा। ग्रामीणों ने अपने मोबाइल से घटना के वीडियो बना लिए जो दिन भर सोशल मीडिया पर वायरल होते रहे। लेकिन विमान हादसा कैसे हुआ और इसमें क्या जनहानि हुई इसको लेकर अपुष्ट खबरें चलती रही।
मुरैना प्रशासन ने लड़ाकू विमान गिरने की पुष्टि की घटना स्थल पर पुलिस व प्रशासन मौजूद रहे। लेकिन सुखोई 30 व मिराज के गिरने का कारण कोई न बता सका।
वायु सेना के आधिकारिक बयान के अनुसार दोनो प्लेन रूटीन ट्रेनिंग पर थे। घटना के कारण जांच के बाद ही पता च सकेंगे। दोनो घायल पायलट के बयान इस घटना में अहम हैं। दो फाइटरों के भिड़ंत होने के बाद क्रेश होने की घटना करीब 18 साल पहले भी हुई थी। अब यह इस तरह की दूसरी घटना है। अभी एक प्लेन का मलबा तो जंगल में मिल गया है और दूसरे प्लेन का मलबे की जंगल में तलाश की जा रही है। एयरफोर्स की टीम हेलीकाप्टर से मौके पर पहुंची जहां से दोनों घायल पायलट को एयरलिफ्ट कर दिल्ली भेजा गया। ताजा जानकारी के अनुसार दुर्घटना के बाद मिराज का मलबा पहाड़गढ़ में गिरा जबकि सुखोई 30 कई किलोमीटर दूर जाकर भरतपुर राजस्थान में गिरा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना जिले में वायुसेना के सुखोई-30 और मिराज-2000 विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री चौहान ने मुरैना के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को त्वरित बचाव एवं राहत कार्य में वायुसेना को सहयोग देने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ईश्वर से विमानों के पायलट के सुरक्षित होने की कामना की है।