कर्नाटक विधानसभा में तेंदुए मुद्दे पर चर्चा : जेडीएस विधायक ने कहा, एक जिले में हमले के 410 मामले दर्ज
कर्नाटक विधानमंडल ने मंगलवार को विधानसभा सत्र के दौरान राज्य में तेंदुए के बढ़ते हमलों पर चर्चा की;
बेंगलुरू। कर्नाटक विधानमंडल ने मंगलवार को विधानसभा सत्र के दौरान राज्य में तेंदुए के बढ़ते हमलों पर चर्चा की। इस मुद्दे के उठाने वाले श्रीरंगपटना निर्वाचन क्षेत्र के जद (एस) विधायक रविंद्र श्रीकांतैया ने कहा कि मांड्या जिले के लोग तेंदुए के हमलों से बुरी तरह प्रभावित हैं। विधायक ने कहा कि तेंदुए के हमले से कई लोगों की जान जा चुकी है। तेंदुए गन्ने के खेतों में शरण ले रहे हैं और गन्ना काटते समय किसानों पर हमला कर रहे हैं। बड़ी संख्या में बाघों के हमले में घायल होने के मामले सामने आए हैं।
रवींद्र श्रीकांतैया ने कहा, किसानों को तेंदुए के हमले का डर होने के कारण मजदूर नहीं मिल पा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने आश्वासन दिया था कि सरकार तेंदुए के हमलों को रोक देगी। लेकिन, तेंदुए किसानों पर हमला कर रहे हैं। अकेले मांड्या जिले में तेंदुए के हमलों के 410 मामले अधिकारियों के पास दर्ज किए गए हैं। कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
वहीं कानून मंत्री जेसी मधु स्वामी ने सवाल का जवाब देते हुए बताया, तेंदुए इसलिए हमला कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने शावकों को जन्म दिया है। तेंदुए आमतौर पर गांवों के करीब रहते हैं। तेंदुए को पकड़ने के लिए 63 सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है।
उन्होंने कहा कि हमने बजट में इस उद्देश्य के लिए धन भी निर्धारित किया है। इसके अलावा, जिन लोगों पर तेंदुओं ने हमला किया है, उन्हें मुआवजा दिया जाता है। कानून के प्रावधानों के तहत तेंदुओं को मारना संभव नहीं है। हम तेंदुओं को पकड़कर जंगलों में छोड़ देंगे।