फ़ालतू भाषणबाजी की बजाय मोदी क्यों नहीं बताते कि कहां है ‘विकास’: लालू
गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर जारी राजनीतिक घमासान के बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर अप्रत्यक्ष हमला बोलते हुए उनके ‘विकास मॉडल’ को चुनौती दी;
पटना। गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर जारी राजनीतिक घमासान के बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर अप्रत्यक्ष हमला बोलते हुए उनके ‘विकास मॉडल’ को चुनौती दी और पूछा कि चुनावी सभाओं में फ़ालतू भाषणबाज़ी की बजाय उन्हें रोजगार, घर, स्कूल और स्वास्थ्य जैसे गंभीर मुद्दों पर अपनी बात रखनी चाहिए।
यादव ने आज माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर अपने चिर-परिचित अंदाज में प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, “ नाना-परनाना, दादा-दादी, चाचा-चाची जैसी फ़ालतू भाषणबाज़ी की बजाय मोदी क्यों नहीं बताते कि वहां उन्होंने कितने घर, रोज़गार और स्कूल-अस्पताल दिए।” उन्होंने प्रधानमत्री को चुनौती देते हुए कहा कि यदि हिम्मत है तो प्रधानमंत्री अपनी रैलियों में लोगों को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और नोटबंदी के फ़ायदे बतायें। हर तरफ महंगाई की मार से जनता त्रस्त है लेकिन प्रधानमंत्री महंगाई के मुद्दे पर चुप्पे साधे हुए हैं।
नाना-परनाना,दादा-दादी,चाचा-चाची जैसी फ़ालतू भाषणबाज़ी की बजाय ये क्यों नहीं बताते कितने घर दिए,रोज़गार दिया,स्कूल-अस्पताल दिए?हिम्मत है तो वहाँ GST और नोटबंदी के फ़ायदे बताते!महँगाई की बतियाते।कहते दलित-OBC यहाँ सब ख़ुश है।कहाँ है विकासवा?
राजद सुप्रीमों ने आगे लिखा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि दलित, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समेत सभी वर्ग वहां खुश है लेकिन आखिर कहां है विकास।
इससे पूर्व कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के सोमनाथ मंदिर में प्रवेश को लेकर विवाद में यादव ने कहा कि मोदी सरकार संसद में विधेयक पारित कर यह अनिवार्य कर दें कि वही व्यक्ति मंदिर में प्रवेश कर सकता है जिसके नाना-परनाना ने मंदिर बनवाया है। बाक़ी के लिए नो-एंट्री का बोर्ड लगा दें।
मोदी सरकार संसद में विधेयक पारित कर यह अनिवार्य कर दें कि वही व्यक्ति मंदिर में प्रवेश कर सकता है जिसके नाना-परनाना ने मंदिर बनवाया है।बाक़ी के लिए नो-एंट्री का बोर्ड लगा दें।