महिला बाल विकास विभाग में लाखों का फर्जीवाड़ा
महिला बाल विकास विभाग में एक बार फिर नवागढ़ परियोजना में फर्जी बिल के माध्यम से करीब 80 लाख रुपए का भुगतान विभिन्न समूहों को किए जाने का मामला प्रकाश में आया है;
बेमेतरा। महिला बाल विकास विभाग में एक बार फिर नवागढ़ परियोजना में फर्जी बिल के माध्यम से करीब 80 लाख रुपए का भुगतान विभिन्न समूहों को किए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
जानकारी के अनुसार नवागढ़ परियोजना अंतर्गत करीब 5 समूहों के द्वारा विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों में खाद्य सामग्री
आपूर्ति के नाम पर बिना सामग्री सप्लाई किए ही कार्यालय कर्मचारी से मिलीभगत कर फर्जी बिल के माध्यम से राशि आहरण कर लिए जाने के बाद मामले की शिकायत जिला कार्यक्रम अधिकारी तक पहुंचने पर जांच के बाद राशि वसूली के लिए महिला बाल विकास के जिला अधिकारी द्वारा समूहों को नोटिस जारी की गई है सुर्खियों में बने रहने वाले इस विभाग में पूरे जिले के अन्य परियोजना कार्यालय में जांच कराई जाए तो करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़े का मामला उजागर हो सकता है।
विभागीय अधिकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से हो रहे फर्जीवाड़े को लेकर शासन-प्रशासन की छवि धूमिल होती नजर आ रही है जिला प्रशासन की आंख में धूल झोंकने वाले इस विभाग के जिला अधिकारी की भूमिका भी काफी विवादित स्थिति में पहुंच गई है । इस मामले को लेकर केवल अधिकारी अब अपने आप को बचाने में लगे हुए हैं यह केवल एक ही मामला नही बल्कि जिला महिला बाल विकास विभाग की अन्य परियोजनाओ की जांच कराई जाए तो करोड़ो के फर्जीवाड़े का मामला खुल सकता हैं ।
इस मामले पर जिला कार्यक्रम एवं प्रभारी अधिकारी का कहना है कि 20 लाख रुपए का फर्जी भुगतान होने पर नवागढ़ परियोजना के 5 समूहों को वसूली के लिए नोटिस जारी किया गया था जिसमें से एक समूह अन्नू स्व सहायता समूह कटई सेक्टर से राशि वसूल की गई है इस समूह के द्वारा नोटिस के बाद राशि विभाग में जमा करने की जानकारी मिल रही है इसी प्रकार चार अन्य समूह को भी नोटिस जारी हुई है किंतु अभी तक उनके द्वारा किसी प्रकार की राशि जमा नहीं की गई है ।
मामले को पूरी तरह दबाने के प्रयास में लगे महिला बाल विकास विभाग बेमेतरा के अफसरों की भूमिका भी इस मामले को लेकर सरकार की किरकिरी होने लगी है सत्ता पक्ष के कुछ वजनदार नेताओं के द्वारा इस मामले में हस्तक्षेप किए जाने के बाद वसूली का मामला फिलहाल पेंडिंग में पड़ जाने की भी जानकारी सूत्रों ने दावे के साथ दी है ।
नोटिस जारी किए जाने वाले समूहों के द्वारा नवागढ़ परियोजना अंतर्गत खाद्य सामग्री आपूर्ति के पैकेट पैकेट्स कम मात्रा में सप्लाई करके अधिक संख्या में सामग्री केंद्र को वितरण करने के नाम पर परियोजना के सेक्टर प्रभारी कार्यालयीन कर्मचारी एवं परियोजना प्रभारी के मिलीभगत करके फर्जी बिल दूसरों का भुगतान प्राप्त कर लिया गया था, किंतु इस मामले में जिला महिला बाल विकास अधिकारी के द्वारा केवल समूहों पर राशि वसूली के नाम पर नोटिस जारी की गई है। शेष अन्य विभागीय कर्मियों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं किए जाने को लेकर मामला काफी विवादित स्थिति में पहुंच गई है। हालांकि जिला कार्यक्रम अधिकारी बेमेतरा के द्वारा इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा है कि सेक्टर प्रभारी के विरुद्ध कार्यवाही जारी है तथा शासकीय सेवा अधिनियम के तहत कार्यवाही अनुशंसित की जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि फर्जी बिल बाउचर रो के माध्यम से करीब 20 लाख रुपये की बिल की राशि विभाग के कर्मियों के मिलीभगत से समूह द्वारा प्राप्त कर लिया गया था। इसकी शिकायत मिलने पर जांच कराई गई तथा जांच में मामला सही पाए जाने पर गड़बड़ी करने वाले समूहों से राशि वसूली हेतु नोटिस जारी की गई है। तथा सतत प्रक्रिया के तहत कार्यवाही की जा रही है जिला कार्यक्रम एवं महिला बाल विकास विभाग के प्रभारी अधिकारी मनोज सिन्हा के अनुसार 5 समूहों को इस संबंध में नोटिस जारी की गई थी जिसमें से केवल अभी तक एक ही समूह के द्वारा राशि जमा की गई है। चार अन्य समूह इस संबंध में चुप्पी साधे हुए हैं वह इस मामले को लेकर सत्तापक्ष के बड़े नेताओं के द्वारा मामले को दबाने का प्रयास किए जाने की जानकारी मिलने के बाद राजनीतिक रुप से विरोध करने वाले कांग्रेसी नेताओं एवं जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ता नेता जांच की मांग करने लगे हैं ।
इस संबंध में महिला बाल विकास विभाग के प्रभारी एवं कार्यक्रम अधिकारी ने कहा है कि नवागढ़ परियोजना अंतर्गत करीब 20 लाख रुपये तक का फर्जी बिल बाउचर प्रस्तुत कर राशि प्राप्त करने की शिकायत पर जांच कराई गई मामला जांच में सही पाए जाने वाले 5 समूहों को नोटिस जारी की गई है तथा एक समूह से राशि वसूल की गई है 4 अन्य समुहो से राशि वसूल करने की प्रक्रिया जारी है उन्होंने यह भी कहा कि समय समय पर खाद्य सामग्री की आपूर्ति नहीं होने पर समूहो को नोटिस जारी की जाती है तथा समूहो द्वारा केंद्रों को आपूर्ति किये जाने वाले खाद्यान सामग्री का सैंपल लेकर जांच हेतु भेजा जाता है नवागढ़ परियोजना प्रभारी के विरुद्ध कार्यवाही करने की बात कही है -
मनोज सिन्हा जिला कार्यक्रम एवं महिला बाल विकास प्रभारी अधिकारी बेमेतरा