कुशवाहा का केंद्र से आग्रह : अग्निपथ को लेकर युवाओं में पनपे गुस्से को शांत करें

अग्निपथ योजना को लेकर जदयू और भाजपा नेताओं के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को मांग की कि केंद्र सरकार इसे लेकर युवाओं के मन में पनपे गुस्से को शांत करे;

Update: 2022-06-21 03:40 GMT

पटना। अग्निपथ योजना को लेकर जदयू और भाजपा नेताओं के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को मांग की कि केंद्र सरकार इसे लेकर युवाओं के मन में पनपे गुस्से को शांत करे। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार एनडीए में सरकार को सुचारु रूप से चलाने के लिए एक समन्वय समिति की जरूरत है।

कुशवाहा ने कहा, "हमें बिहार एनडीए में एक समन्वय समिति की जरूरत है। साथ ही केंद्र को इस मुद्दे पर युवाओं के गुस्से को शांत करने के लिए उनसे बात करनी चाहिए।"

कुशवाहा का यह बयान ऐसे समय आया है, जब रक्षा भर्ती के लिए अग्निपथ योजना के खिलाफ भारी हिंसा के कारण सत्ताधारी दो सहयोगियों के बीच संबंध खराब हो गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, डिप्टी सीएम रेणु देवी, विधायक विनय बिहारी, अरुणा देवी, डॉ. सी.एन. सिंह और पार्टी के अन्य लोगों को आंदोलनकारियों के गुस्से का सामना करना पड़ा है, उनके घरों और वाहनों में भीड़ ने तोड़फोड़ की है।

हिंसा के बाद जायसवाल ने इसके लिए बिहार पुलिस की निष्क्रियता को दोषी ठहराया, जिसके कारण बड़े पैमाने पर भड़क उठे और भाजपा नेताओं पर हमले हुए। जवाब में जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने न केवल नीतीश कुमार सरकार का बचाव किया, बल्कि यह भी घोषित किया कि जायसवाल मानसिक रूप से 'अस्थिर' हो गए हैं।

कुशवाहा के अलावा, हम प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी बिहार एनडीए में एक समन्वय समिति की मांग की।

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