खट्टर ने शिवराज की भावांतर योजना को बताया खटारा
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी जिस भावांतर योजना को मील का पत्थर बताते नजर आते हैं;
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी जिस भावांतर योजना को मील का पत्थर बताते नजर आते हैं, वहीं उनकी ही पार्टी के दूसरे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ऐसा नहीं मानते। उनका मानना है, कि शिवराज सिंह ने भले ही भावांतर योजना लागू की हो, पर उसमें तमाम खामियां थीं, इसी कारण उसका सही लाभ किसानों को नहीं मिल पाया है।
अपनी सरकार के चार साल पूरा होने के उपलक्ष्य में राजधानी दिल्ली में आयोजित पत्रकार वार्ता में श्री खट्टर अपनी सरकार का उपलब्धियां बता रहे थे। हरियाणा सरकार ने भी भावांतर योजना लागू की है। उनका कहना है, कि हरियाणा सरकार ने यह योजना सब्जियों के लिए भी लागू की है और यह पहला ऐसा राज्य है, जहां बाजरा बेचने वाले किसानों को एक-एक दाने का दाम मिला है। उन्होंने कहा,कि हरियाणा पहला राज्य है,जो कैरोसिन फ्री है। उन्होंने कहा, कि वह राज्य में एक साथ चुनाव कराये जाने के लिए तैयार हैं लेकिन संवैधानिक बाध्यताओं के कारण तत्काल ऐसा कराना संभव नहीं है ।
देश में एक साथ चुनाव चुनाव कराये जाने की मुहिम चल रही है और अधिकतर राजनीतिक दल इसके लिए तैयार भी हो गये हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि देश में एक साथ चुनाव कराने को लेकर 2024 तक सहमति बन सकती है। एक साथ चुनाव कराये जाने से चुनाव प्रचार में लगने वाले समय की बचत होगी और अलग अलग चुनाव कराये जाने से होने वाले खर्च में भी कमी आयेगी।
यह पूछे जाने पर कि वह अगला विधानसभा चुनाव किस विधानसभा क्षेत्र से लड़ेंगे तो श्री खट्टर ने कहा कि करनाल के लिए उनके मन में पहला स्थान है। वैसे बारह से अधिक क्षेत्र उनकी पसंद के हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का केन्द्रीय नेतृत्व और साथियों से विचार विमर्श के बाद ही उनके चुनाव लड़ने के बारे में अंतिम निर्णय लिया जा सकेगा। वर्ष 2015- 16 में उन्होंने राज्य के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया था और यह अभियान लगातार जारी है। श्री खट्टर ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि आप की सरकार पराली दहन रोकने में विफल रही है, क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पराली-दहन में 50 फीसदी का इजाफा हुआ है।
उन्होंने कहा, "पंजाब और हरियाणा में पराली-दहन में पिछले साल के मुकाबले 40 फीसदी की कमी आई है, लेकिन दिल्ली में इसमें 50 फीसदी की वृद्धि हुई है, जहां महज 7,600 हेक्टेयर कृषि भूमि है।"खट्टर ने कहा कि आप सरकार ने दिल्ली में प्राथमिक स्वास्थ्य उपचार के लिए मोहल्ला क्लिनिक खोली है जो कि हल्ला क्लिनिक बन गई है। खट्टर ने केजरीवाल से कहा, "आप हरियाणा की तुलना दिल्ली से नहीं कर सकते हैं।"