यूपीआईडी में जलियावाला बाग नरसंहार संस्मरण एवं डॉ.आम्बेडकर जयन्ती का आयोजन

डॉ.अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के घटक संस्थान, उत्तर प्रदेश इंस्टीट्यूट आफ डिजाइन नोएडा में जलियावाला बाग नरसंहार संस्मरण दिवस एवं डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयन्ती की पूर्व संध्या पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया;

Update: 2023-04-14 04:12 GMT

ग्रेटर नोएडा। डॉ.अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के घटक संस्थान, उत्तर प्रदेश इंस्टीट्यूट आफ डिजाइन नोएडा में जलियावाला बाग नरसंहार संस्मरण दिवस एवं डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयन्ती की पूर्व संध्या पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसके अन्तर्गत निबंध लेखन एवं पोस्टर प्रतियोगिता में संस्थान के छात्र एवं छात्राओं ने भाग लिया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सीख एनिक्स प्राइवेट लिमिटेड के डीजीएम डॉ. राजदेव तिवारी रहे। उन्होंने जलियावाला बाग नरसंहार के बारे बताया कि इस नरसंहार में बहुत बड़ी संख्या में स्वतंत्रता संग्राम के सिपाहियों ने अपने प्राणों की आहुति दी। इस नरसंहार से आम लोग काफी आहत हुए और तब उन्होंने यह ताना कि अंग्रेजी हुकूमत को हटा के ही दम लेंगे।

 

डॉ. भीमराव आम्बेडकर के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि जिस संविधान की उन्होंने नींव रखी उसका लाभ आज हर भारतीय नागरिक को हो रहा है। कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक डॉ. प्रचीन पचैरी भी उपस्थित रहे। डॉ. पचैरी ने छात्र को बताया कि जलियांवाला बाग हत्याकांड 13 अप्रैल, 1919 को वैशाखी के दिन हुआ था जब रौलेट एक्ट का विरोध करने के लिए एक सभा हो रही थी, जिसमें जनरल डायर ने अकारण ही लोगो पर गोलियां चला दी जिससे बहुत सारे स्वतंत्रता सेनानी शहीद हुए।

लेकिन इस घटना ने ब्रिटिश शासन की नींव हिला दी, बाद में ब्रिटिश शासको ने भी माना कि यह एक शर्मनाक घटना थी एक्ट के अनुसार ब्रिटिश सरकार प्रेस पर सेंसर लगा सकती नेताओं को बिना मुकदमे जल में रख सकती थी लोगों को बिना वारंट गिरफ्तार कर सकती थी।

भारतरत्न डॉ भीमराव रामजी आम्बेडकर के योगदान को याद करते हुए उन्होंने छात्रों को भारतीय गणराज्य के निर्माण में से परिचित कराया। कार्यक्रम का संचालन गुर सिंह एवं डॉ. मोनिका सिंह ने किया।

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