किसी भी व्यक्ति को राय व्यक्त करने पर हिरासत में लेना अस्वीकार्य: उमर अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि किसी भी व्यक्ति को राय व्यक्त करने पर हिरासत में लेना अस्वीकार्य है;
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि किसी भी व्यक्ति को राय व्यक्त करने पर हिरासत में लेना अस्वीकार्य है।
उमर अब्दुल्ला ने पुलिस द्वारा 10 जून को मध्य कश्मीर के गंदेरबल जिले में एक बैठक के दौरान जम्मू-कश्मीर के बाहर केनौकरशाहों को लेकर टिप्पणी के लिए एक 50 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह बात कही। हालांकि पुलिस ने बाद में उसे छोड़ दिया।
नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेंक्रा) के उपाध्यक्ष उमर ने कहा कि जब नौकरशाही की ताकत निरंकुश हो जाती है तो ऐसा होता है। जम्मू-कश्मीर उपराज्यपाल शासन के अधीन है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, “ मैंने किसी व्यक्ति को हिरासत में लेने का इससे खराब कारण नहीं देखा और मुझे लोगों को मतदान के लिए प्रोत्साहित करने पर हिरासत में लिया गया, इसलिए ऐसा कुछ कह रहा है। यह अस्वीकार्य है कि किसी व्यक्ति को राय व्यक्त पर जेल भेजा जाए। जब नौकरशाही की ताकत निरंकुश होती है तब ऐसा होता है।”
I haven’t come across a worse reason to detain a person & I was detained for encouraging people to vote so that’s saying something. It’s unacceptable that a person should be jailed for expressing a totally harmless opinion.This is what happens when bureaucratic power is unbridled https://t.co/97RJhwonCX