इस्लाम का आतंकवाद से कोई ताल्लुक नहीं है : डॉ. यासूब अब्बास
आॅल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है इस्लाम का आतंकवाद से कोई ताल्लुक नहीं है;
जौनपुर। आॅल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है इस्लाम का आतंकवाद से कोई ताल्लुक नहीं है।
आतंक के जरिए इस्लाम को बदनाम करने की कोशिशों को सफल नही होने दिया जाएगा।
आल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता फर्खे मिल्लत मौलाना डॉ यासूब अब्बास ने आज यहां कहा कि इस्लाम का आतंकवाद से कोई ताल्लुक नहीं है।
आतंक के जरिए सिर्फ इस्लाम को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस्लाम अमन का मजहब है।
कुछ लोग इस्लाम को बदनाम करने की कोशिश करे लेकिन ऐसे लोग अपने मकशद में कामयाब नहीं हो पाएगें ।
डॉ. अब्बास रात कहा कि किसी को इस्लाम के बारे में कुछ बोलने से पहले मोहम्मद साहब के बारे जानकारी करती चाहिए ।
अस्ल इस्लाम की तालीम उन्होंने ही दुनिया को दी है। गिरते को सहारा देने का नाम इस्लाम है।
अगर कोई गिरते को सहारा नहीं दे रहा तो वह इस्लाम को मानने वाला नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि इस्लाम के पैरोकारों ने कभी हुकूमत तरजीह नहीं दी।
जिन लोगों ने हुकूमत की उनका इस्लाम से कोई ताल्लुक नहीं है। इस्लाम को आतंक के जरिए बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। बहुत से लोग इसमें शिददत के साथ लगे हुए हैं।
जब तक कर्बला से रौशनी लेते रहेंगे। इस्लाम को बदनाम करने की हर किसी की कोशिशें चकनाचूर होती रहेंगी।
इस दौरान उन्होंने कर्बला में इमाम हुसैन और उनके 71 साथियों पर हुए जुल्म की दास्तां बयान की।
इससे पहले मजलिस की शुरुआत सोजख्वानी से नजर हसन एडवोकेट और उनके साथियों ने किया।
पेशख्वानी काजिम जैदी अमेठी, अमन सुल्तानपुरी, रविश जौनपुर, तनवीर जौनपुरी और ऐहतेशाम जौनपुरी ने की।