अघोषित बिजली कटौती से लोगों में आक्रोश
नवरात्र में किये जा रहे अघोषित बिजली कटौती एवं लो वोल्टेज के कारण नागरिकों एवं क्षेत्रवासियों में बिजली विभाग के खिलाफ नाराजगी बढ़ती जा रही है;
पेण्ड्रा। नवरात्र में किये जा रहे अघोषित बिजली कटौती एवं लो वोल्टेज के कारण नागरिकों एवं क्षेत्रवासियों में बिजली विभाग के खिलाफ नाराजगी बढ़ती जा रही है। लोड शेडिंग के नाम पर रात में हो रहे कटौती के कारण देवी दर्शन को निकले श्रद्वालुओं को समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
वहीं कटौती के कारण दुर्गा पण्डालों में की गई साज सज्जा महत्वहीन होते जा रही जिससे नगर के दुर्गा समितियों में भी बिजली विभाग के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है। अघोषित कटौती के कारण नगर में पेयजल का संकट भी उत्पन्न हो जाता है। पेण्ड्रा एवं आसपास के क्षेत्र में लोड शेडिंग के नाम पर विद्युत वितरण कम्पनी रायपुर से मिलने वाले आदेश के बाद 220/132/33 केव्ही सब स्टेशन कोटमी से पूरे क्षेत्र की बिजली बंद कर दी जाती है। लोड शेडिंग के नाम पर इस अघोषित कटौती के कारण नागरिकों एवं क्षेत्रवासियों में जबरदस्त आक्रोश है। इन दिनों पूरा क्षेत्र देवी दुर्गा की भक्ति में लीन है।
पेण्ड्रा नगर में जन सहयोग से 15 स्थानो पर दुर्गा प्रतिमा की स्थापना की जाती है तथा भारी-भरकम लागत लगाकर बिजली के झालर एवं अन्य तरह की लाईटों से पण्डाल व आसपास के स्थान को सजाया जाता है। सजावट के लिये दुर्गा समिति के सदस्य अपना तन मन धन लगा देते है परंतु बिजली विभाग की मनमानी के कारण किये जा रहे अघोषित कटौती एवं लो वोल्टेज की समस्या से सभी का मन खिन्न हो जाता है।
बिजली अधिकारियों से पूछा जाता है कि यह कटौती क्यों हो रहा है तो उनका हमेशा से ही रटारटाया जवाब रहता है कि रायपुर से तिफरा के माध्यम से सब स्टेशन कोटमी को मिलने वाले आदेश के बाद बिजली सप्लाई बंद किया जाता है तथा सप्लाई प्रारंभ करने का निर्देश प्राप्त होने के बाद पुन: सप्लाई चालू कर दिया जाता है। अघोषित कटौती के कारण नगर में पेयजल का संकट भी उत्पन्न हो जाता है। यदि अघोषित कटौती बंद नहीं हुआ तो नागरिकों का आक्रोश जन आंदोलन का रूप ले सकता है।