भारत का टेक्सटाइल्स निर्यात आगामी 5-6 वर्षों में दो गुना होगा : पीयूष गोयल
देश में दुनिया का सबसे बड़ा टेक्सटाइल्स क्लस्टर बने, भारत की तरफ देख रही है पूरी दुनिया;
ग्रेटर नोएडा)। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) द्वारा आयोजित इंडियन फैशन ज्वैलरी एंड एसेसरीज फेयर- आईएफजेएएस के 17वां संस्करण का इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा में किया, जो 28 जून तक चलेगा। इस दौरान पीयूष गोयल ने कहा कि भारत का टेक्सटाइल्स विश्व स्तर पर पहुंचे और भारत का नाम रौशन करें और हमारे युवा व युवतियों को अवसर मिले। उन्होंने कहा कि समय आ गया है विश्व का सबसे टेक्सटाइल्स क्लस्टर नोएडा ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में बने इसके लिए तैयारी करें। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लक्ष्य को पूरा करें। पूरी दुनियां आज भारत की तरफ देख रहा है।
पीयूष गोयल ने कहा कि भारत का वस्त्र उद्योग दुनिया में भारत की शान बढ़ाया है,भारत में कोई व्यक्ति नहीं होगा,जिसके पास रोटी कपड़ा मकान, स्वास्थ्य शिक्षा आदि नहीं होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने व्यक्ति के जीवन को सुरक्षित करने का जो काम किया है, उसमें वस्त्र क्षेत्र का अहम भूमिका है।
विश्व पटल पर भारत की क्षमताओं को दिखाने में सफल होते हैं, आगे चलकर इस क्षेत्र में बड़े रूप में इस क्षेत्र में उछाल आएगा, जितने फ्री ट्रेड ह्यूमेन्स कर रहे हैं उसमें टेक्सटाइल्स और गारमेन्ट्स विषयों पर अधिक बल रहे हैं, मेरा मामना है कि निर्यात भी सौ मिलियन डालर अगले पांच-छह साल में पहुंच जाएंगे, भारत का उत्पादन दो गुना हो जाएगा।
करोडों युवा युवती को रोजगार मिलेगा। फ्री ट्रेड एग्रीमेन्ट ऐसी चीज नहीं है कि जिसे जल्दबाजी में की जाय,भारत को सुरक्षित रखते हुए भारत के लोकल मैन्यूफैक्चर्स की तरफ से जो क्षमताएं हैं, उनको सामने रखते हुए फ्री ट्रेड बहुत सम्भल किया जाता है, आगामी कई बर्षों को देखते हुए किया जाता है। इस दौरान उन्होंने कहा कि डब्ल्यूटीओ में ब्राजील के विवाद को लेकर पीयूष गोयल ने कहा कि भारत में जो ब्राजील के राजदूत हैं उनसे बात चल रही है, ग्वाटेमाला के कुछ मुद्दे हैं, भारत पर इसका कोई असर नहीं होगा, भारत के गन्ना किसान पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
ईपीसीएच के महानिदेशक और आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि दिल्ली, आगरा, नोएडा, मुंबई, लखनऊ, जयपुर, मुरादाबाद, फरीदाबाद, गुड़गांव, कोलकाता, वाराणसी और उन सभी शहरों के साथ-साथ फैशन ज्वैलरी और संबंधित उत्पादों को 150 से अधिक निर्माता प्रदर्शित कर रहे हैं। मेले के इस संस्करण में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, अजरबैजान, बेल्जियम, ब्राजील, बुल्गारिया, कनाडा, चिली, कोलंबिया, डेनमार्क, सहित लगभग 60 देशों के खरीदारों के आने की संभावना है।