कोटमी क्षेत्र में शराब व गांजे का अवैध कारोबार
शराबबंदी के लिये छत्तीसगढ सरकार द्वारा लगातार किये जा रहे प्रयासों के बावजूद भी क्षेत्र में षराब और गांजे का अवैध व्यापार पर प्रतिबंध नही लग पाया;
पेण्ड्रा। शराबबंदी के लिये छत्तीसगढ सरकार द्वारा लगातार किये जा रहे प्रयासों के बावजूद भी क्षेत्र में षराब और गांजे का अवैध व्यापार पर प्रतिबंध नही लग पाया है। पेण्ड्रा के कोटमी क्षेत्र में षराब और गांजे का अवैध व्यापार लगातार फल फूल रहा है। मध्यप्रदेश के कोतमा, भालूमाडा एवं जैतहरी क्षेत्र के अलावा कोरबा जिले के पसान से यहां अवैध रूप से अंग्रेजी शराब लाकर बेची जा रही है।
शराबबंदी के लिये सरकार के दावे के बावजूद पेण्ड्रा के कोटमी क्षेत्र स्थित एक ढाबे में शराब और गांजा बेचे जाने की खबर लगातार आ रही है। माना यह जा रहा है कि यहां चल रहे अवैध व्यापार पर नकेल डालने में पुलिस अक्षम साबित हो रही है। हालांकि एक महीना के भीतर कोटमी पुलिस कुछ स्थानो पर छापामार कार्यवाही की थी परंतु उस छापामार कार्यवाही में क्या कुछ कार्यवाही हुई इसका ठीक से पता नही चल पाया है। हॉ इतना जरूर है कि कोटमी सोन नदी मुख्य मार्ग पर स्थित एक ढाबे में लगातार षराब और गांजे की बिक्री हो रही है। मुख्य मार्ग में शराब और गांजा बेचे जाने स्वाभाविक रूप से वहां का वातावरण अशांत रहता है।
कोटमी क्षेत्र में शराब और गांजा के अवैध व्यापार चलने की सूचना पहले भी आती रही है क्योंकि यह कोटमी क्षेत्र कोरबा जिले की सीमा से सटे होने के कारण यहां पसान क्षेत्र से अवैध अंग्रेजी शराब की आवक होती है इसके अलावा मध्यप्रदेश के कोतमा, भालूमाडा एवं जैतहरी क्षेत्र से अवैध रूप से अंग्रेजी शराब लाकर उत्तरप्रदेश के एक ढाबा संचालक द्वारा यहां शराब और गांजा की थोक एवं फुटकर खपत की जा रही है।
उत्तरप्रदेश का ढाबा संचालक होने के कारण पुलिस उस पर कार्यवाही करने से झिझक रही है। उल्लेखनीय है कि कोटमी क्षेत्र पेण्ड्रा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है परंतु सीमावर्ती होने के कारण कोटमी में पुलिस चौकी की स्थापना की गई है ताकि अवैध व्यापार एवं अपराध मे रोकथाम लग सके परंतु लगातार पुलिस छापे के बावजूद भी इस व्यापार में अंकुश नहीं लग सका है जिससे उत्तरप्रदेश का ढाबा संचालक के उंची पहुंच का अंदाजा लगाया जा सकता है।