प्रशासन की नाक के नीचे अवैध आतिशबाजी निर्माण, एक की मौत
जानकारी मिलने पर डबरा विधायक सुरेश राजे घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों को ग्वालियर के लिए रेफर कराया, जहां ग्वालियर में इलाज के दौरान गुड्डी की मौत हो गई वही महमूद का इलाज जारी है।;
By : गजेन्द्र इंगले
Update: 2023-01-20 04:28 GMT
गजेन्द्र इंगले
ग्वालियर: ग्वालियर जिले के डबरा स्थित छीमक गांव में अवैध आतिशबाजी निर्माण के दौरान ब्लास्ट हो गया, जिसमें घर मे मौजूद पति पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गए, वही इलाज के दौरान पत्नी ने दम तोड़ दिया, मौके पर पुलिस प्रशासन की टीम ने पहुंचकर बारूद के अवैध भंडारण को लेकर जांच शुरू कर दी है। मतलब अब पुलिस और प्रशासन ने लकीर पीटना शुरू कर दिया है।
आपको बता दें कि इस क्षेत्र के कई गांवों में अवैध आतिशबाजी का निर्माण होता है। जो न जाने क्यों प्रशासन व पुलिस की नजर में नहीं आ पाता है। अब आया है तो जाँच और बयानबाजी का खेल एक बार फिर शुरू हो गया है।
छीमक गांव में महमूद खान के घर में आतिशबाजी बनाने का काम होता था और उसका मकान भी घनी बस्ती के बीच में है। गुरुवार दोपहर मकान में अचानक ब्लास्ट हुआ और आसपास के लोग सहम गए, जानकारी लगने पर आज पड़ोस के लोग जब महमूद खान के घर पहुंचे तो महमूद और उसकी पत्नी गुड्डी गंभीर घायल हालात में जमीन पर पड़े हुए थे।
घर गृहस्ती का सामान भी जलकर खाक हो गया, जानकारी मिलने पर डबरा विधायक सुरेश राजे घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों को ग्वालियर के लिए रेफर कराया, जहां ग्वालियर में इलाज के दौरान गुड्डी की मौत हो गई वही महमूद का इलाज जारी है।
ग्वालियर एसएसपी अमित सांघी का कहना है कि मौके पर BDS कि टीम के साथ पुलिस टीम को भेजा गया है जो ब्लास्ट कैसे हुआ और बारूद के अवैध भंडारण से जुड़ी जानकारी को जुटा रहे हैं। साथ ही जांच के बाद गृह स्वामी के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला भी दर्ज किया जाएगा। अब सवाल यह उठता है कि इतना बारूद गांव तक पहुंच गया तब इंटेलिजेंस सो रहा था या खो रहा था। गृह स्वामी पर तो मामला दर्ज होना ही चाहिए।
लेकिन इस तरह के काम को संरक्षण देने वाले जिम्मेदारों को कुर्सी के फेविकोल जोड़ से अलग कौनसी जांच कर पायेगी। वैसे ज्यादातर जांचों का हश्र क्या होता है कमेंट करके जरूर बताएं।