आईआईएम-लखनऊ का वार्षिकोत्सव राम पर केंद्रित होगा

आईआईएम-एल पहली बार अपने आगामी वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव में रामायण पर आधारित एक नाटक का मंचन करेगा, जिसे 'मैनफेस्ट-वर्चस्व' का नाम दिया गया;

Update: 2019-10-31 17:13 GMT

लखनऊ। भारतीय प्रबंधन संस्थान लखनऊ (आईआईएम-एल) पहली बार अपने आगामी वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव में रामायण पर आधारित एक नाटक का मंचन करेगा, जिसे 'मैनफेस्ट-वर्चस्व' का नाम दिया गया है। यह उत्सव 15 से 17 नवंबर के बीच आयोजित किया जाएगा। यही वह समय जब अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की घोषणा की जा सकती है।

आईआईएम-एल के अधिकारियों ने रामायण-आधारित आयोजनों के लिए धनराशि की तलाश में अयोध्या अनुसंधान संस्थान (एआरआई) से संपर्क किया है, जो राज्य संस्कृति विभाग के अंतर्गत आता है। एआरआई ने पर्यटन विभाग को पत्र लिखकर इसके लिए प्रायोजन (स्पॉन्सरशिप) और 2.50 लाख रुपये देने की मांग की है।

एआरआई के निदेशक वाई.पी. सिंह ने कहा कि आईआईएम-एल प्रशासन सहयोग के लिए उनके पास पहुंचा है।

उन्होंने कहा, "ये विचार यह सुनिश्चित करने के लिए है कि नई पीढ़ी, विशेष रूप से प्रबंधन के छात्र रामायण के बारे में सीखें। भगवान राम सबसे पुराने प्रबंधन गुरु हैं। उन्होंने सिमियन की एक सेना खड़ी की, जिनकी भाषा और संस्कृति उन्हें समझ में नहीं आई।"

उन्होंने कहा कि एआरआई आईआईएम-एल के छात्रों को नाटक के मंचन में मदद करने के लिए धन की व्यवस्था करेगा।

सांस्कृतिक उत्सव के दौरान भगवान राम के जीवन पर एक प्रश्नोत्तरी और एक प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी।

सिंह ने कहा कि आईआईएम-एल के छात्र जहां क्विज का आयोजन करेंगे, वहीं एआरआई यह सुनिश्चित करेगा कि क्विज में सभी प्रश्न और उत्तर तथ्यात्मक रूप से सही हों।

इस अवसर पर एआरआई भगवान राम के जीवन पर एक किलोमीटर लंबी प्रदर्शनी भी आयोजित करेगा।
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