अगर मोदी ने तपस्या की होती तो नफरत भरी टिप्पणी नहीं करते : प्रियंका

 कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को प्रधानमंत्री पर जोरदार हमला बोला। प्रियंका ने कहा कि अगर उन्होंने (मोदी) 'तपस्या' की होती तो वह इस तरह की नफरत भरी टिप्पणी नहीं करते;

Update: 2019-05-13 00:59 GMT

नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को प्रधानमंत्री पर जोरदार हमला बोला। प्रियंका ने कहा कि अगर उन्होंने (मोदी) 'तपस्या' की होती तो वह इस तरह की नफरत भरी टिप्पणी नहीं करते।

अपने पति रॉबर्ट वाड्रा के साथ अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, "अगर उन्होंने (मोदी) 50 घंटों की भी तपस्या की होती तो वह इस तरह की नफरत भरी टिप्पणी नहीं करते।"

वह मोदी के एक साक्षात्कार के दौरान आई टिप्पणी पर किए गए सवाल का जवाब दे रही थीं। मोदी ने अपने साक्षात्कार में कहा था कि यह 45 सालों की तपस्या है, जिसने उनकी यह छवि बनाई है, और इसमें खान मार्केट गैंग या लुटियन क्लब का योगदान नहीं है।

कांग्रेस महासचिव ने यह भी दावा किया कि इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता से बाहर हो जाएगी।

प्रियंका ने अपने पति रॉबर्ट वाड्रा के साथ मध्य दिल्ली के लोधी एस्टेट इलाके में स्थित मतदान केंद्र (विद्या भवन महाविद्यालय) में अपने मताधिकार का उपयोग किया।

उन्होंने कहा कि देश की जनता, विशेषकर उत्तर प्रदेश की जनता भाजपा सरकार से खुश नहीं है।

प्रियंका ने कहा, "यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा चुनाव हार रही है। उम्मीद है कि दिल्ली में भी परिणाम अच्छे आएंगे।"

पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान किए वादों पर चुप्पी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जुबानी हमला करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का चुनाव प्रचार भाजपा के चुनाव प्रचार जितना नकारात्मक नहीं है। कांग्रेस सकारात्मक सोच रखती है और हमेशा मुद्दों की बात करती है। इतिहास की बातें कर ज्वलंत मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश सिर्फ भाजपा को शोभा देती है।

उन्होंने कहा, "हमने आम आदमी को प्रभावित करने वाले असली मुद्दे उठाए और उनके समाधानों पर बात की, वहीं मोदी जी लगातार महत्वहीन मुद्दों पर बोले जा रहे हैं।"

प्रियंका गांधी ने विपक्ष के सवालों का जवाब न देने के लिए भी मोदी की आलोचना की। 

उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री उनसे पूछे गए सवालों के जवाब नहीं देते हैं। उन्हें 15 लाख रुपये देने, हर साल दो करोड़ रोजगार देने और किसानों की आय पर जवाब देना चाहिए। वे राहुलजी (कांग्रेस अध्यक्ष) द्वारा विभिन्न मुद्दों पर बहस की दी गई चुनौती पर भी चुप हैं। कहां चला गया छप्पन इंच का सीना।"

अपने बेटे रेहान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "वह इसलिए वोट नहीं कर सके क्योंकि वह परीक्षा देने लंदन गए हैं।" 

लोकसभा चुनाव के छठे चरण में रविवार को सात राज्यों की 59 संसदीय सीटों पर मतदान हुआ। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सभी सात सीटों पर मतदान हुआ है, जहां भाजपा, कांग्रेस व आप के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।

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