मां भारती सेवा समिति द्वारा जरूरतमंदों को वितरित किए गए गर्म वस्त्र
गरीव और असहाय महिला पुरुष और बच्चों को सर्दी से बचाने के लिए मां भारती सेवा समिति द्वारा अभियान शुरू किया गया है;
होडल। गरीब और असहाय महिला पुरुष और बच्चों को सर्दी से बचाने के लिए मां भारती सेवा समिति द्वारा अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत समिति के सदस्य सर्दी के मौसम में सड़कों के किनारे गुजर वसर करने वालों को पुराने वस्त्र उपलब्ध कराते हैं। समिति द्वारा इस प्रकार का अभियान पिछले कई वर्षों से चलाया जा रहा है।
समिति द्वारा अब तक कई हजार लोगों को गर्म कपड़े उपलब्ध कराए जा चुके हैं। समिति के प्रधान आशीष अग्रवाल का कहना है कि समिति द्वारा लगभग 6 साल पहले इस अभियान का शुभारंभ किया गया था। जिसके तहत अब तक हजारों लोगों को सर्दी कपड़े उपलब्ध कराए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि समिति द्वारा पुराने कपड़ों को एकत्रित करने के लिए गावों और शहरों में कई स्थान तय किए हुए हैं। इन जगहों पर लोगों द्वारा पुराने कपड़ों को भेजा जाता है, जहां से समिति द्वारा एकत्रित कर गरीबों और असहायों तक पहुंचाया जाता है।
उनका कहना है कि अगर कोई कपड़ा, जूता या अन्य कोई भी घेरेलू सामान को फैंकना नहीं चाहिए। प्रधान का कहना है कि इस प्रकार के सामान को निश्चित की गई जगहों पर पहुंचाना चाहिए ताकि उक्त वस्त्र या सामान किसी जरुरतमंदों तक पहुंचाया जा सके। समिति द्वारा वस्त्र दान करने के लिए बैनर, पोस्टर, मोबाइल, फेसबुक, व्हाटसअप आदि सोशल मीडिया का भी सहारा लिया हुआ है, जहां लोगों इस प्रकार के संदेश प्राप्त होने के बाद पुराने वस्त्र आदि उपलब्ध होने में राहत मिलती है।
प्रधान आशीष अग्रवाल ने बताया कि सर्दी के मौसम में समिति के सदस्य इस प्रकारा के गर्म वस्त्र लेकर ईंट भट्टों, सड़क किनारे गुजर बसर करने वालों के अलावा असहाय और गरीव वर्ग के महिला पुरुषों को वस्त्र उपलब्ध कराते हैं। अग्रवाल का मानना है कि किसी भी असहाय की सेवा करने से मन को शांति मिलती है वहीं जरूरतमंदों की जरूरत पूरी होती हैं।